भारतीय सेना अपनी ताकत में इजाफा कर रही है और खुद को आधुनिक बना रही है. मॉडर्न वारफेयर को ध्यान में रखते हुए बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. आर्मी ने अपने दो इन्फेंट्री ब्रिगेड को रुद्र ब्रिगेड में बदल दिया है. ये ब्रिगेड सीमा पर तैनात हैं और वर्तमान में वैलिडेशन प्रक्रिया से गुजर रहे हैं. इनमें इन्फेंट्री, मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री, टैंक यूनिट्स, स्पेशल फोर्सेज और यूएवी जैसे घटक शामिल हैं. बटालियन का गठन भी किया गया है. भारतीय थल सेना अब और ताकतवर और खतरनाक होने जा रही है. रुद्र ब्रिगेड को बनाने की प्रक्रिया ऑपरेशन सिंदूर से पहले शुरू हुई थी, जिसमें बाद में तेजी लाई गई. हर इन्फेंट्री बटालियन में ड्रोन प्लेटून, आर्टिलरी में दिव्यास्त्र बैटरीज और लाइटरिंग म्यूनिशन बैटरीज के जरिए मारक क्षमता को कई गुना बढ़ा दिया गया है.