भारतीय सेना के जवानों और अधिकारियों को यु पी इन्स्टिट्यूट ऑफ़ फॉरेन्सिक साइन्स में ड्रोन हमलों का मुकाबला करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. इस प्रशिक्षण के जरिए वे ड्रोन हमलों के बाद घटनास्थल पर ही उनकी विधियों की पहचान कर सकेंगे और फॉरेन्सिक टीम का हिस्सा बनकर काम करेंगे. यह पहल भारतीय सेना को ड्रोन खतरों, खासकर पाकिस्तान द्वारा चीन के ड्रोन का उपयोग करके की जा रही जासूसी के मद्देनज़र, और अधिक सक्षम बनाएगी.