22 जुलाई को भारतीय सेना को पांच नए एएच-64ई अपाचे हेलिकॉप्टरों की पहली खेप मिलने वाली है. ये हेलिकॉप्टर आर्मी एविएशन कोर में शामिल होंगे और इन्हें देश की पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जाएगा. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पश्चिमी सरहदों पर लड़ाकू क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में इसे अहम कदम माना जा रहा है. अपाचे हेलिकॉप्टर को अपनी घातक वार की तकनीक की वजह से 'उड़ता हुआ टैंक' भी कहा जाता है. ये एक बार में 128 टारगेट पर निशाना साध सकते हैं और 1 मिनट में 1200 राउंड फायर करने की क्षमता रखते हैं. ये हेलिकॉप्टर दिन और रात दोनों में हमला करने में सक्षम हैं. इनमें हेलफायर और स्ट्रिंगर मिसाइलें भी फायर की जा सकती हैं.