भारतीय नौसेना के बेड़े में दो नए युद्धपोत 'उदयगिरी' और 'हिमगिरी' शामिल हो गए हैं. इन्हें प्रोजेक्ट 17ए के तहत देश में ही डिजाइन और विकसित किया गया है. यह पहली बार है जब देश के दो बड़े शिपयार्ड में बने युद्धपोतों को एक साथ नौसेना में कमीशन किया गया है. नौसेना के अनुसार, यह केवल कमीशनिंग नहीं, बल्कि 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' की ताकत दिखाने का अवसर है, क्योंकि ये दोनों ही स्टील फ्रिगेट पूरी तरह से देश में ही डिजाइन और डेवलप किए गए हैं. इन युद्धपोतों में सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक मिसाइलें और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें शामिल हैं. इनमें 76 एमएम की गन, क्लोज इन वेपन सिस्टम और एंटी-सबमरीन हथियार भी लगे हैं. इनका डिजाइन ऐसा है कि ये रडार पर कम दिखते हैं. इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय ने नौसेना और कोस्ट गार्ड के लिए 76 नेवल यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों की खरीद के लिए आरएफआई जारी की है. ये हेलीकॉप्टर पुराने चेतक हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे और खोज, बचाव, तटीय रक्षा और आपदा प्रबंधन जैसे कार्यों को मजबूत करेंगे. यह खरीद 'बाय एंड मेक इंडियन' श्रेणी के तहत होगी.