भारतीय नौसेना की दो महिला नाविकों ने सफलतापूर्वक एक चुनौतीपूर्ण समुद्री मिशन पूरा किया है, जिससे विश्व में भारत एवं नौसेना का गौरव बढ़ा है. कैप्टन शर्मा ने बताया कि इन महिलाओं को दो वर्षों तक शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और नौ संचालन का कठोर प्रशिक्षण दिया गया, और उन्होंने वैज्ञानिक अनुसंधान हेतु नमूने भी एकत्र किए. दीप्ति ने उनके धैर्य, अनुशासन तथा समुद्र के प्रति जुनून का उल्लेख किया, जैसा कि एक कथन है, 'आई ऍम नॉट अफ्रेड ऑफ़ स्टॉर्म, आई ऍम जस्ट लर्निंग हौ टु सेल्ल मैं शिप'