संसद की कार्यप्रणाली को अब डिजिटल और स्मार्ट सिस्टम से जोड़ा जा रहा है. मानसून सत्र से डिजिटल अटेंडेंस की व्यवस्था लागू करने की तैयारी है, जिससे सांसदों को अपनी सीट से ही अटेंडेंस दर्ज कराने की सुविधा मिलेगी और उनके कीमती समय की बचत होगी. लोकसभा चेम्बर में हर सीट को मल्टीमीडिया कान्फरेन्सिंग डिवाइस से कनेक्ट किया जा रहा है. संसद के दस्तावेजों को एआई टूल्स की मदद से कई भाषाओं में ट्रांसलेट किया जाएगा और 12 भाषाओं में प्रकाशित किया जाएगा. इसमें हिंदी, गुजराती, मराठी, तेलुगु और कन्नड़ जैसी भाषाएं शामिल हैं.