नागपुर जिले के वर्धामना गांव में देश का पहला एआई पावर्ड आंगनवाड़ी सेंटर खुला है. इस केंद्र में दो से छह साल के बच्चे अब आधुनिक तकनीक के माध्यम से शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. पारंपरिक पढ़ाई को इंटरैक्टिव डिजिटल लर्निंग में बदलने के लिए यहां स्मार्ट बोर्ड, टैबलेट और वर्चुअल रियलिटी जैसे संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है. बच्चे स्मार्ट डिवाइस, इंटरैक्टिव कंटेंट और वॉइस असिस्टेंट के जरिए भाषा, गणित, रंग और सोचने की क्षमता जैसी चीजें खेल-खेल में सीख रहे हैं. इस पहल से बच्चों की संख्या दोगुनी हुई है और अभिभावक भी संतुष्ट हैं. एक सॉफ्टवेयर के माध्यम से बच्चों की प्रगति को मापा जा सकता है. वर्चुअल रियलिटी सेट के जरिए बच्चे यह देख सकते हैं कि टाइगर कैसे चलता है, कैसे आवाज निकालता है, उसका मुंह कैसा होता है और वह कितना लंबा होता है. यह पहल बच्चों के पोषण और शारीरिक विकास की निगरानी में भी सहायक है, जिसे सरकारी पोषण ट्रैकर प्लेटफॉर्म से जोड़ा गया है. सरकार इस मॉडल को जिले की 40 और आंगनवाड़ियों में लागू करने की योजना बना रही है.