भारतीय नौसेना की ताकत में महत्वपूर्ण वृद्धि होने वाली है. शुक्रवार को नौसेना के बेड़े में युद्धपोत आईएनएस निस्तार को शामिल किया जाएगा. हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड विशाखापट्टनम में भारतीय नौसेना को स्वदेशी निर्मित पहले डाइविंग सपोर्ट वेसल निस्तार को आधिकारिक तौर पर सौंपेगा. इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी उपस्थित रहेंगे. इस युद्धपोत को लगभग 75 प्रतिशत स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके तैयार किया गया है. इस युद्धपोत का नाम संस्कृत से लिया गया है. निस्तार शब्द का अर्थ 'मुक्ति', 'बचाव' या 'मोक्ष' होता है. यह नया पोत नौसेना की क्षमताओं को और मजबूत करेगा और समुद्री सुरक्षा में सहायक होगा. यह भारत की आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.