इटली से आईं तीन महिलाएं अब सनातन धर्म को अपना संसार मानती हैं. महाकुंभ में भी कई विदेशियों को देखा गया था, लेकिन इटली की ये महिलाएं सनातन के रंग में पूरी तरह रच-बस गई हैं. ये सालों से सनातन के संस्कारों और विशेषताओं को समझ रही हैं. इनकी सोच और विचार के साथ-साथ संस्कृत श्लोक और भजन सुनकर लोग हैरान रह जाते हैं. भारत को ये महिलाएं सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि एक परिवार मानती हैं. यहां की संस्कृति और परंपरा का सद्भाव सदियों से विदेशियों के दिलों में घुल रहा है. जूलिया और राधा जैसी युवा इटालियन लड़कियां भारतीय संस्कृति और सनातनी परंपरा से जुड़कर खुद को खुश नसीब मानती हैं. इटली में अपने गुरु के संपर्क में आने के बाद इनकी भारतीय संस्कृति और अध्यात्म को समझने की यात्रा शुरू हुई.