जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए सेल्फ बैलेंसिंग स्कूटर का ट्रायल शुरू किया है. एक पुलिसकर्मी के अनुसार, "यह स्वयं के शरीर से बैलेंस बनाना पड़ता है" इन पांच वाहनों का उपयोग शहर की व्यस्त सड़कों पर पेट्रोलिंग और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए किया जा रहा है, जिनमें माइक्रोफोन भी लगे हैं और इनकी गति लगभग 30 किलोमीटर प्रति घंटा है.