देशभर में सावन के महीने में कांवड़ यात्रा के रंग बिखरे हुए हैं. यह कांवड़ मेला अपने अंतिम पड़ाव पर है. कल यानी 23 जुलाई को शिवरात्रि के दिन सभी कांवड़िये भगवान शिव शंकर का जलाभिषेक करेंगे. इस यात्रा को पूरा करने के लिए कांवड़िये कई किलोमीटर पैदल चलते हैं. कांवड़ यात्रा सिर्फ एक परंपरा नहीं, एक जुनून है. यह एक ऐसी आध्यात्मिक यात्रा है जहाँ शिव भक्ति के रंग में पूरा भारत रंग जाता है. इस दौरान भोले के भक्तों का कई जगह स्वागत सत्कार भी हो रहा है. मेरठ-दिल्ली-हरिद्वार हाईवे पर शिवाया टोल प्लाज़ा के पास बुलडोजर पर खड़े होकर शिव भक्तों पर पुष्प वर्षा की गई, जिससे उनका उत्साह दोगुना हो गया. झाँसी में भी कांवड़ियों के स्वागत का नज़ारा दिखा.