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Sawan 2025: सावन के पहले सोमवारी पर काशी में उमड़ा आस्था का सैलाब, हर-हर महादेव से गूंजा मंदिर परिसर

सावन के पहले सोमवार पर काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है. देश भर से आए श्रद्धालु बाबा का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर रहे हैं. मंदिर परिसर में भंडारे और 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन की विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं, जिसमें पुलिस बल की तैनाती और कतारबद्ध दर्शन शामिल हैं. आदि विश्वेश्वर मंदिर की मान्यता है कि जब काशी विश्वनाथ मंदिर तोड़ा गया, तब मुख्य शिवलिंग ज्ञानवापी कूप में डाला गया, लेकिन अर्घा आदि विश्वेश्वर में स्थापित हुआ. रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है, खासकर सावन के सोमवार को. आत्म शुद्धि के लिए पंचाक्षरी मंत्र 'ओम नमः शिवाय' का जाप और गंगाजल, दूध, पंचामृत व इत्र से भगवान शिव को अर्पित करना एक महा उपाय बताया गया है. जो भक्त मंदिर नहीं पहुँच पा रहे हैं, वे भगवान शिव के नाम का स्मरण कर सकते हैं.