राजस्थान के कोटा के निकट कैथून में बनने वाली कोटा डोरिया साड़ियों का 100 साल से अधिक पुराना इतिहास है और यह विश्वभर में प्रसिद्ध हैं, जिनकी माँग फिल्म जगत से लेकर हर खास वर्ग में है. रेशम, कपास और सोने-चांदी के तारों से हाथ से बुनी इन साड़ियों को जीआई टैग प्राप्त है; असली साड़ी की पहचान के बारे में कहा गया है कि "जो हैंडलूम पे बनेगा केतुन का सामान बनेगा ना वो बिल्कुल साफ ये नजर आएगा".