कश्मीर के कुलगाम जिले के गढ़ियामा गांव में एक व्यक्ति ने कबाड़ को कारोबार का आधार बनाया है. यह कारोबार पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. तारिक अहमद गनी ने कबाड़ से कारोबार तक का सफर तय किया है. उनका दल लोगों के घरों से प्लास्टिक कचरा इकट्ठा करता है. इस कचरे को संपीड़ित करके बड़ी कंपनियों को भेजा जाता है, जो इसे रीसाइकल कर नए उत्पाद बनाती हैं. इस प्रक्रिया से अच्छी आय होती है. इस कार्य से स्थानीय लोगों को प्लास्टिक कचरे से मुक्ति मिलती है और रोजगार के अवसर भी मिलते हैं. इस स्क्रैप कारोबार से 40 स्थानीय लड़कों को रोजगार मिला है. कारोबार का सालाना टर्नओवर करोड़ों तक पहुंच चुका है. एक व्यक्ति ने बताया कि "3007 से मैं इस काम को अंजाम दे रहा हूं. पूरी साउथ कश्मीर की चार डिस्ट्रिक्ट और पूरा जम्मू कश्मीर इस खुले कचरे से साफ सफाई करके रखता हूं. 40 एम्प्लोयी हैं जो दिन में काम करते हैं. रोडों और गांवों से कूड़ा कचरा लाकर यहाँ ग्रेडिंग की जाती है और अलग-अलग मुल्कों में भेजा जाता है.