भारतीय सेना को इसी महीने तीन नए अपाचे हेलिकॉप्टर मिलने वाले हैं. इस साल के अंत तक अमेरिका से तीन और अपाचे हेलिकॉप्टर भारत आ जाएंगे. इन हेलीकॉप्टरों के आ जाने से सरहदों की हिफाजत और पुख्ता हो जाएगी. भारतीय वायुसेना फिलहाल ऐसे 15 अपाचे हेलीकॉप्टरों की मदद से सरहदों की हिफाजत में जुटी है. नए अपाचे हेलिकॉप्टर आर्मी एविएशन कोर में शामिल होंगे. इन्हें देश की पश्चिमी सीमा पर तैनात किया जाएगा. सेना ने पिछले साल मार्च के महीने में जोधपुर में अपाचे हेलिकॉप्टर का एक स्क्वाड्रन स्थापित किया था. इस स्क्वाड्रन के लिए भारत ने 2020 में ही अमेरिका से अपाचे हेलीकॉप्टरों की डील की थी. ये सौदा करीब 600 मिलियन डॉलर का था. डील के तहत जून 2024 तक भारत को छे ए 864 इ अपाचे हेलीकॉप्टर्स की डेलिवरी मिली थी. कुछ तकनीकी दिक्कतों और सप्लाई में आने वाली परेशानियों की वजह से ये डेलिवरी लेट हो गई. अपाचे हेलिकॉप्टरों की गिनती दुनिया के सबसे घातक एडवांस मल्टी कॉम्बैट हेलीकॉप्टरों में होती है. अपाचे हेलिकॉप्टर को उड़ता हुआ टैंक भी कहा जाता है. ये एक बार में 128 टारगेट को निशाना बनाने में सक्षम है. इनमें 30 एमएम की एम 230 चैन गन लगी है, जो 1 मिनट में 1200 राउंड फायर कर सकती है. इस हेलिकॉप्टर से हेल्प फाइर और स्ट्रिंगर मिसाइल भी फायर किए जा सकते हैं. एंटीटैंक मिसाइल स्पाइक अपाचे को बेहद ताकतवर बनाती है.