राजस्थान के कोटा में 'ऑपरेशन सिंधूर' के तहत 'शौर्य वंदन' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में भारतीय सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम का प्रदर्शन किया. कोटा के जवाहर नगर स्थित एलन सत्यार्थ कैंपस में सेना के आधुनिक हथियारों और उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसे 10,000 से अधिक कोचिंग छात्रों ने देखा. छात्रों को राइफल्स, माइंस और रोबोट जैसे हथियार देखने और उन्हें आज़माने का अवसर मिला. सेना के जवानों ने छात्रों को इन हथियारों के बारे में जानकारी दी. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों में राष्ट्र सेवा के प्रति गौरव और प्रशंसा का भाव जगाना था. जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल संजय चंद्र खंडपाल ने छात्रों को प्रेरित किया. उन्होंने छात्रों को ईमानदारी और लगन से काम करने तथा लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने की सीख दी. उन्होंने मधुमक्खी का उदाहरण देते हुए कहा, "मधुमक्खी जब काटती है तो मर जाती है. इसका मतलब है लास्ट मैन लास्ट. यह हमारी आर्मी ने मधुमक्खी से सीखा" इस कार्यक्रम में शहीद परिवारों से आने वाले पांच छात्रों को भी सम्मानित किया गया. इसका मकसद युवाओं के लिए सेना की जानकारी को आसान बनाना और देश के रक्षकों व युवाओं के बीच समझ बढ़ाना था.