पितृपक्ष में संगम नगरी प्रयागराज में श्रद्धालु अपने पितरों की शांति और मोक्ष के लिए पिंडदान व तर्पण कर रहे हैं. इस बार एक खास पहल के तहत, जो लोग प्रयागराज नहीं आ पा रहे हैं, उनके लिए ऑनलाइन पिंडदान की सुविधा शुरू की गई है. पुरोहित व्हाट्सएप कॉल के जरिए जजमानों को पूजा कराते हैं और संगम में पिंडदान संपन्न कराते हैं. भारत या विदेश के कई श्रद्धालु, जो किसी कारणवश या बाढ़ के कारण संगम नगरी तक नहीं पहुँच पाते, इस डिजिटल सुविधा का लाभ उठा रहे हैं. ऐसे में ऑनलाइन तर्पण की प्रक्रिया लाभदायक साबित हो रही है.