पंजाब और हिमाचल प्रदेश के 18 जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं. सरहदी इलाकों में स्थिति गंभीर है, जहां सीमा सुरक्षा बल (BSF) लोगों के लिए उम्मीद बनी हुई है. सेना और एनडीआरएफ की टीमें भी बचाव कार्य में जुटी हैं. हिमाचल में भी सैलाब का कहर जारी है, जहां रस्सी, बोट और हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने पंजाब और हिमाचल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और पीड़ितों से मुलाकात की. गुरदासपुर में रावी और उज्ज नदियां उफान पर हैं, जिससे बचाव कार्य में बाधा आई. फाजिल्का में काबावली ब्रिज को नुकसान पहुंचा है, जिसकी मरम्मत युद्ध स्तर पर चल रही है. बीएसएफ 69 हेलिकॉप्टर, 45 वाटर विंग और 30 वाहनों के साथ राहत कार्य में लगी है. फिरोजपुर के सीमावर्ती गांवों में बीएसएफ जवान रेस्क्यू के साथ-साथ पेट्रोलिंग भी कर रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया, "हमारा जो ये मोटो है, इस समय बाढ़ के साथसाथ कि हम पंजाब की बाढ़ और फेन्सिंग की बाढ़ जीसको आप फेन्सिंग करते हैं उसको भी हम कवर करके रखते हैं" कई गांवों में लोग अपने जानवरों के कारण सुरक्षित स्थानों पर जाने से हिचक रहे हैं, जिन्हें बीएसएफ 24 घंटे मदद पहुंचा रही है.