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Raksha Bandhan: 100 साल बाद रक्षाबंधन पर महा शुभयोग! गजकेसरी-गजलक्ष्मी योग के लाभ, जानिए

इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व 100 साल बाद बन रहे महा शुभयोगों के कारण विशेष है. इस दिन गजकेसरी और गजलक्ष्मी योग का निर्माण हो रहा है. गजलक्ष्मी योग बृहस्पति और शुक्र के एक साथ होने से बनता है, जो आर्थिक वृद्धि के लिए शानदार होता है. गजकेसरी योग चंद्रमा और बुध या बृहस्पति के संयोग से बनता है, जो बौद्धिक क्षमता का विस्तार करता है. ये दोनों योग मानसिक और शारीरिक क्षमताओं की वृद्धि करने वाले और लाभ देने वाले हैं. इस दिन श्रद्धापूर्वक भगवान की आराधना करके और एक दूसरे का सम्मान करते हुए रक्षा सूत्र बांधने से रिश्तों में निर्मलता आती है. भाई द्वारा दिया गया उपहार बहन के जीवन में आर्थिक वृद्धि करने वाला होगा और बहन का आशीर्वाद भाई को दीर्घायु प्रदान करने वाला होगा. यह शारीरिक और मानसिक कष्टों से निवृत्ति दिलाने वाला होगा. "बिलकुल 100 साल बाद बन रहा ऐसा महा शुभयोग जिसमे इस बार हम रक्षाबंधन का पर्व मनाएंगे."