राम मंदिर के बाहर भक्ति की धारा बह रही है, जहाँ एक छोटी बच्ची ने भगवान राम का भजन सुनाया. महाराज जी ने बताया कि कैसे रामराज्य की परिकल्पना साकार हो रही है और बच्चों में भी भक्ति के संस्कार दिख रहे हैं. भगवान राम के अनुसार सच्ची भक्ति की पहचान बताते हुए कहा गया, "मम गुण गावत पुलक शरीर... गदगद गिरा नयन बहा नीरा."