सावन का महीना हरियाली और फुहारों के साथ आता है, जिसमें झूले झूलने की परंपरा का विशेष महत्व है. यह बचपन की यादों को ताजा करता है और भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है. सावन में प्रकृति का सौंदर्य चरम पर होता है, और इसी दौरान मंदिरों में भगवान को झूला झुलाने की विशेष व्यवस्था की जाती है.