दंतेवाड़ा, जो कभी डर और संघर्ष से पहचाना जाता था, अब वहां उम्मीद के मैदान बसाए जा रहे हैं. सचिन तेंदुलकर और मंडेशी फाउंडेशन ने मिलकर यहाँ 50 खेल मैदान बनाने की पहल की है, जहाँ फुटबॉल, क्रिकेट, कबड्डी और एथलेटिक्स की ट्रेनिंग दी जाएगी. यह पहल शिक्षा, अनुशासन और आत्मविश्वास को बढ़ावा देगी, जैसा कि कहा गया है, 'ये सिर्फ खेल का मैदान नहीं है, एक नई सोच है जहाँ पर हर बच्चा अपने सपने पूरे कर सकता है.'