हर साल की तरह इस बार भी 'साहित्य आजतक' का मंच पूरी भव्यता के साथ सजकर तैयार है. आज यानी 21 नवंबर 2025 से तीन दिनों तक चलने वाला यह इवेंट दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में शुरू हो गया है. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि, साहित्य आजतक का उत्सव मोहब्बत के हर अहसास का है. इस दौरान उन्होंने कहा कि जीवन कितना अप्रत्याशित है, और इस साल की तमाम घटनाएं यह बताती हैं कि 'जिंदगी एक सफर है सुहाना, यहां कल क्या हो किसने जाना.' उन्होंने कहा कि जिंदगी नाजुक है और मजबूत रिश्ते ही इसे संवारते हैं. साहित्य इसका जरिया बनता है.