सावन का आखिरी सोमवार सोमनाथ से लेकर रामेश्वरम तक और नासिक से लेकर केरल तक शिव भक्ति के महापर्व के रूप में मनाया गया. उत्तर भारत में सावन का समापन हो चुका है, लेकिन गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भोलेनाथ की भक्ति का उत्सव जारी है. तमिलनाडु से लेकर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल तक हर शिवालय में भक्तों का सैलाब उमड़ा. कहीं जलाभिषेक हुआ तो कहीं रुद्राभिषेक और महारुद्र पाठ की गूंज सुनाई दी. गुजरात के सोमनाथ मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा. गुजरात के मुख्यमंत्री भी मंदिर में रूद्राभिषेक कर महादेव का आशीर्वाद लेने पहुंचे. महाराष्ट्र के अकोला में ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों कांवड़िए 20 किलोमीटर पैदल चलकर पूर्णा नदी से लाए जल को बाबा पर अर्पित करते हैं. पुलिस प्रशासन ने भीड़ पर नियंत्रण और अनुचित गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया. एक अधिकारी ने बताया, "इस बार हमने ड्रोन से स्कैनिंग शुरू करी है. जो भी पूरा रूट है उसमें बंदोबस्त के पहले ही ड्रोन से हम स्कैनिंग कर रहे हैं. कहीं किसी ने पत्थर तो नहीं रखे या वही सेंसिटिव जगह पे कुछ असामाजिक असा तो कुछ रखा नहीं गया है तो ये ड्रोन्स की स्कैनिंग से आपको बहुत मदद मिल रही है और सेकंडली इस बार हम ड्रोन्स की मदद से फेस काउंटिंग पे भी फोकस कर रहे है." इस दौरान 'ऑपरेशन सिंदूर' का भी जिक्र हुआ.