कार्यक्रम "प्रार्थना को स्वीकार" में गणपति की महिमा का वर्णन है. गणपति प्रथम पूज्य हैं और उनकी आराधना से जीवन में शुभता आती है. कहा जाता है, "गणपति जहाँ होते हैं वहां शुभ ही शुभ होता है" कार्यक्रम में बताया गया है कि मूषक गणपति का वाहन क्यों है और मोदक उन्हें क्यों प्रिय है. संतान प्राप्ति और धन प्राप्ति के लिए मूषक तथा लड्डू से जुड़े दिव्य प्रयोग भी बताए गए हैं. पुणे के प्रसिद्ध दगडूशेठ हलवाई गणपति मंदिर का भी उल्लेख किया गया है.