देवभूमि उत्तराखंड में कुछ महिलाएं मिथकों को तोड़ते हुए वहां की विलुप्त हो रही संस्कृति को संवारने के लिए आगे आई हैं. ढोल दमाऊ वाद्य यंत्र पहाड़ी समाज की लोककला का अहम हिस्सा है. अब तक पुरुषों ने ही इस कला को सहेज के रखा था. लेकिन अब ये बीड़ा महिलाओं ने भी उठा लिया है और वो अपनी कला से सबको प्रभावित कर रही हैं. उत्तराखंड के कोटद्वार में हाथों में तलवार और ढाल के साथ ढोल दमाऊ की धुन पर किया जा रहा ये नृत्य अपने आप में खास है.
In Devbhoomi Uttarakhand, some women have come forward to break the myths and restore the extinct culture there. Dhol Damaun musical instrument is an important part of the folk art of the hill society. Till now only men had preserved this art.