टनल में फंसे कर्मचारियों को बाहर निकालने के लिए अब वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है. वर्टिकल ड्रिलिंग का काम करीब तीस मीटर के पार तक हो चुका है. वर्टिकल ड्रिलिंग के जरिए 86 मीटर तक ड्रिल किया जाएगा. इस काम को सतलुज जल विद्युत परियोजना के इंजीनियर अंजाम दे रहे हैं. इस रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा करने के लिए 100 घंटो का टारगेट रखा गया है. इन मशीनों से महज 45 मीटर ही ड्रिल किया जाएगा..औऱ इसके बाद दूसरी मशीनों से काम को आगे बढ़ाया जाएगा..इसके अलावा टनल से मजदूरों को निकालने के लिए दूसरे प्लान पर भी काम जारी है. मकसद यही है कि सभी कर्मचारियों को जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जा सके..
After 16 days, work has started on a new plan to save the laborers in Silkyara, Uttarkashi. Efforts to reach them through vertical drilling have started. Watch the Video to know more.