गरीबी सबसे बड़ा अभिशाप होती है. गरीबी का अभिशाप तब और बढ़ जाता है जब उसकी बलिवेदी पर टैलेंट दम तोड़ने लगता है. लेकिन कुछ ऐसे भी मसीहा होते हैं जो खुद तो गुदड़ी के लाल होते ही हैं दूसरे गरीबों की मदद कर उनका जीवन पथ भी प्रशस्त कर देते हैं.. सुपर 30 के प्रोफेसर आनंद कुमार उन्हीं लोगों में से हैं. सरकार ने उन्हें जब पद्मश्री से नवाजने का ऐलान किया तो सबसे पहले उन्हें अपने मरहूम पिता की याद आई. क्योंकि प्रोफेसर आनंद कुमार के पिता ये दर्द लेकर मरे थे कि उन्होंने अपने टैलेंटेड बेटे को वो मुकाम नहीं दिया जिसका वो वाजिब हकदार था.. लेकिन पद्मश्री पाने के बाद आनंद कुमार अपने पिता के सपने को पूरा करेंगे. क्या था प्रोफेसर आनंद के पिता का सपना और उसे वो कैसे पूरा करेंगे उसके लिए देखिए हमारी खास रिपोर्ट.
After getting Padma Shri, Anand Kumar will fulfill his father's dream. Watch our special report for what was the dream of Professor Anand's father and how he will fulfill it.