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ऑफबीट

Diwali 2022: दिवाली की छुट्टियों में बना सकते हैं इन 5 जगहों पर घूमने का प्लान

Varanasi Ghat
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वाराणसी में बड़े पैमाने पर दिवाली का उत्सव आप मना सकते हैं. सबसे पहले यहां पहुंचकर पवित्र गंगा में स्नान करें और फिर बाज़ारों में घूमें. जहां आपको पारंपरिक कपड़ों से लेकर मिठाइयों तक सब कुछ मिलेगा. सूर्यास्त में आप नौका विहार कर सकते हैं और घाट पर भजन-कीर्तन का मजा ले सकते हैं. उत्सव का समापन पटाखों के साथ होता है. अगर आप वाराणसी में कुछ और समय के लिए रुकते हैं, तो आप देवताओं की दिवाली या देव दीपावली में भी भाग ले सकते हैं. (Photo: Unsplash)

Amritsar Golden Temple
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दिवाली पर अमृतसर घूमने के लिए एक और शानदार जगह है. यहां इस दौरान बंदी छोर दिवस मनाया जाता है, जो सिखों के लिए एक बड़ा त्योहार है. जिसे सिखों के छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद जी की कैद से वापसी की याद में मनाया जाता है. पूरे शहर में विशेष प्रार्थनाएं या कीर्तन होते हैं और स्वर्ण मंदिर रोशनी से जगमगा रहा होता है. सर्द मौसम में सरसों के खेतों और स्वादिष्ट स्थानीय व्यंजनों का आनंद आप ले सकते हैं. (Photo: Unsplash) 

Diwali in Jaipur
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दिवाली पर घूमने के लिए राजस्थान के दो शहर- जयपुर और उदयपुर अच्छे ऑप्शन हैं. यहां पर सेलिब्रेशन धनतेरस से शुरू हो जाता है. नाहरगढ़ किला और दूसरे मशहूर किलों की जगमग देखते ही बनती है. इतना ही नहीं, शहर के बाजारों में संगीतकार लोकगीतों से समां बांधे रहते हैं. आप यहां बेहतरीन मारवाड़ी व्यंजनों का लुत्फ उठाएं और जयपुर से स्थानीय चीजों की खरीदारी करें. इसके अलावास आपको उदयपुर की खूबसूरत झीलों से भी प्यार हो जाएगा जो आतिशबाजी और महलों की रोशनी के प्रतिबिंबों से चमकती और झिलमिलाती हैं. (Photo: Unsplash)

Kali puja in kolkata
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जॉय का शहर, कोलकाता दिवाली के दौरान देवी काली की पूजा के लिए मशहूर है. इस दौरान पूरा शहर चकाचौंध भरे दीयों, मोमबत्तियों से जगमगा उठता है, और आप लगभग हर गली के कोने पर कुछ अद्भुत आतिशबाजी भी देख सकते हैं. आप शहर के प्रसिद्ध काली पूजा पंडालों का भी भ्रमण कर सकते हैं या कालीघाट मंदिर या दक्षिणेश्वर मंदिर जैसे सबसे बड़े धार्मिक स्थलों की यात्रा कर सकते हैं, जहां हजारों भक्तों द्वारा देवी काली की पूजा की जाती है. (Photo: Unsplash)

Goa tourism
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दिवाली के दौरान घूमने के लिए गोवा एक और शानदार जगह है. यहां दिवाली का उत्सव नरक चतुर्दशी से शुरू होता है और लोग अपने दरवाजे और खिड़कियों को लालटेन से सजाते हैं. स्थानीय लोग पटाखों और घास से भरे कई बड़े आकार के नरकासुर के पुतले बनाते हैं और फिर उन्हें अगली सुबह तड़के जलाते हैं. (Photo: Unsplash)