scorecardresearch

Kerala Lottery: कचरा इकट्ठा करने वाली 11 महिलाओं को लगी 10 करोड़ की लॉटरी, चंदा लगातार खरीदा था 250 रुपए का टिकट

केरल में नगर पालिका में कूड़ा इकट्ठा करने का काम करने वाली 11 महिला कर्मचारियों ने 10 करोड़ की लॉटरी जीती है. इन महिलाओं ने चंदा लगाकर 250 रुपए का लॉटरी का टिकट खरीदा था. इससे पहले भी ये महिलाएं लॉटरी जीत चुकी हैं.

केरल में कचरा इकट्ठा करने वाली 11 महिलाओं ने 10 करोड़ की लॉटरी जीती (प्रतिकात्मक तस्वीर) केरल में कचरा इकट्ठा करने वाली 11 महिलाओं ने 10 करोड़ की लॉटरी जीती (प्रतिकात्मक तस्वीर)

केरल में नगर पालिका की 11 महिला कर्मचारियों के हाथ 10 करोड़ रुपए का जैकपॉट लगा है.  इन महिलाओं ने आपस में चंदा लगाकर लॉटरी के टिकट के पैसे जुटाए थे और 250 रुपए की लॉटरी खरीदी थी. उनमें से एक महिला ने उधार लेकर लॉटरी का टिकट खरीदा था. आपको बता दें कि राज्य सरकार ने मानसून बंपर लॉटरी निकाला था.

10 करोड़ के अलावा भी है लकी ड्रॉ-
बीआर-92 लकी ड्रॉ का विजेता टिकट का नंबर  MB200261 था. विजेता को 10 करोड़ रुपए का इनाम है. लॉटरी में 10 लाख, 5 लाख, 3 लाख और एक लाख के पुरस्कार भी हैं. विजेता टिकट परप्पनंगडी में पंजाब नेशनल बैंक शाखा में जमा किया गया था. इनाम की रकम किसी एक विजेता के अकाउंट में जमा की जाएगी.

हरित कर्म सेना की कर्मचारी हैं सभी महिलाएं-
लॉटरी जीतने वाली सभी महिलाएं मल्लापुरम के परप्पनंगडी में हरित कर्म सेना की सदस्य हैं, जो सूबे के कुदुम्बश्री मिशन के तहत एक हरित सेना है. ये महिलाएं नॉन-बायोडिग्रेडेबल कचरे को घर-घर से इकट्ठा करती हैं और इसके प्रोसेसिंग से पहले इसको अलग-अलग करती हैं.
इस ग्रुप की एक सदस्य राधा ने कहा कि हमने पहले भी लॉटरी खरीदे हैं. लेकिन ये पहली बार है, जब हमने कोई बड़ा इनाम जीता है. उनका कहना है कि मैं अभी शॉक में हूं. यह अविश्वसनीय है. हमने कई लोगों से चेक किया, ताकि हम आश्वस्त हो सकें कि हम जीत गए हैं. उनका कहना है कि हम गरीब परिवारों से हैं. मुझपर 3 लाख का कर्ज है. मुझे उम्मीद है कि जो लॉटरी से पैसा मिलेगा, उससे इस कर्ज को उतार सकूंगी.

पहले भी इनाम जीत चुकी हैं ये महिलाएं-
ये चौथा मौका है, जब इस ग्रुप की महिलाओं ने जैकपॉट जीता है. इससे पहले भी इस ग्रुप की महिलाओं ने इनाम जीता है. इससे पहले ओनम बंपर में 100 रुपए का इनाम जीता था.
75 सदस्यों वाली हरिता कर्म सेना के कोऑर्डिनेटर शीजा गणेश का कहना है कि यह आश्चर्यजनक है, लेकिन उनके लिए बहुत खुशी है. उन्होंने कहा कि ये लोग बहुत मेहनती हैं. 11 महिलाओं में से 3 घरों से कचरा इकट्ठा करेत हैं. जबकि बाकी महिलाएं कचरे को अलग करती हैं. इन महिलाओं की सैलरी 8 हजार से 14 हजार के बीच है.

ये भी पढ़ें: