Kiran Verma walking for a cause
Kiran Verma walking for a cause कहते हैं कि अगर इरादे बुलंद हो तो कामयाबी मिल ही जाती है. ऐसा ही कुछ अनूठा कर गुजरने के लिए दिल्ली से निकले किरण वर्मा हाल ही में उदयपुर पहुंचे. दरअसल किरण वर्मा ने एक अनूठा संकल्प लिया है, जिसको पूरा करने के लिए वो 21000 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूकता का संदेश दे रहे हैं.
28 दिसंबर 2021 को अपने मिशन को शुरू करने वाले किरण अब तक कई राज्यों से घूमते हुए राजस्थान पहुंचे हैं. केरल, तमिलनाडु, गुजरात समेत 21 राज्यों से होते हुए वह उदयपुर पहुंचे हैं. 35 वर्षीय किरण वर्मा खुद 48 बार रक्तदान कर चुके हैं. परिवार में छह साल का बेटा और पत्नी हैं, जो इस पुनीत कार्य में उनका सहयोग कर रही हैं.
दो साल पहले लिया संकल्प
उदयपुर पहुंचे किरण वर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि वह 21000 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहे हैं. जिसमें वह जगह-जगह रख कर लोगों से ब्लड डोनेशन की अपील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस यात्रा का मकसद है, कि देश भर में 5 मिलियन नए ब्लड डोनर्स तैयार करना. क्योंकि आज भी बड़ी संख्या में देश में लोग समय पर खून न मिलने की वजह से दम तोड़ देते हैं.
उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी यात्रा केरल से शुरू की थी. अब तक उन्होंने 19,550 किलोमीटर की यात्रा पुरी की है. इस यात्रा का सिर्फ एक मकसद है कि लोग जहां कहीं भी हों जाकर ब्लड डोनेट करें. जिसके कारण देशभर में यह सुनिश्चित किया जा सके की कोई भी बच्चा या अन्य व्यक्ति ब्लड की कमी से अपनी जान न गंवाए.
कैसे आया यह आइडिया
किरण वर्मा ने बताया कि 2016 के अंदर दिल्ली में उन्होंने ब्लड डोनेट किया था और उन्हें ऐसा करेक अच्छा लगा. जिसके बाद उन्होंने संकल्प लिया कि पूरे देश भर में ब्लड डोनेशन को लेकर जन जागरूकता अभियान चलाएंगे. फिर कोविड के दौरान प्लाज्मा को लेकर आपातकालीन स्थिति पैदा हुई. तब उन्होंने ठाना कि वह इस अभियान पर काम करेंगे. उन्होंने बताया कि संकल्प को पूरा करने के लिए उनके दोस्त और उनकी पत्नी पूरा सहयोग करती हैं.
यात्रा के दौरान वह 20 लाख लोगों से मिल चुके हैं और उन्हें रक्तदान के लिए जागरूक किया है. इन राज्यों में अब तक 19 हजार 550 किमी पैदल चले हैं. उनका लक्ष्य 2025 तक 50 लाख लोगों को रक्तदान अभियान से जोड़ना है. दिल्ली के रहने वाले किरण ज्यादातर समय पैदल चलते हैं, विशेष परिस्थितियों में सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करते हैं.
वह जिस शहर में पहुंचते हैं, उससे पहले वहां के लोगों से सोशल मीडिया के जरिये संपर्क करते हैं. वे अब तक देश के 249 जिलों में 138 रक्तदान शिविर लगवाकर 28,297 यूनिट से ज्यादा रक्तदान करवा चुके हैं, जबकि 11 हजार लोगों को सोशल मीडिया पर प्रेरित कर रक्तदान के लिए भेजा है.
(सतीश शर्मा की रिपोर्ट)