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जसप्रीत के जज्बे को सलाम! पापा की TB से मौत... मां ने छोड़ा साथ...10 साल के जसप्रीत के कंधों पर बहन की जिम्मेदारी...Egg Roll की दुकान लगाकर चला रहा घर

जसप्रीत बताता है कि पिता की मौत के तुरंत बाद उसकी मां दोनों बच्चों को छोड़कर चली गई थी. जसप्रीत और उसकी बहन फिलहाल अपनी बुआ के पास रहते हैं लेकिन पापा के जाने के बाद बहन की सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही है.

Jaspreet Singh Jaspreet Singh
हाइलाइट्स
  • तिलकनगर का हीरो बन गया 10 साल का जसप्रीत

  • आनंद महिंद्रा के ऑफिस से आया कॉल

  • दूर-दूर से लोग आ रहे मिलने

रोल बनाता 10 साल का बच्चा सोशल मीडिया पर वायरल है. इस बच्चे की कहानी जैसे ही सामने आई... न सिर्फ सोशल मीडिया पर बल्कि तमाम लोग इससे मिलने के लिए दिल्ली के तिलक नगर पहुंचने लगे. 10 साल के इस बच्चे का नाम जसप्रीत है. जसप्रीत जिस ठेले पर खड़ा होकर रोल बेचता है असल में इस ठेले की शुरुआत उसके पिता ने की थी लेकिन लगभग डेढ़ महीने पहले TB की वजह से उनकी मौत हो गई. तब से जसप्रीत ने पिता की आखिरी निशानी को जिंदा रखने का संकल्प ले लिया.

बहन की जिम्मेदारी थी, इसलिए की शुरुआत
जसप्रीत बताता है कि पिता की मौत के तुरंत बाद उसकी मां दोनों बच्चों को छोड़कर चली गई थी. जसप्रीत और उसकी बहन फिलहाल अपनी बुआ के पास रहते हैं लेकिन पापा के जाने के बाद बहन की सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर ही है. मैं अपनी जिम्मेदारी को समझता हूं. इसलिए मैंने पापा की दुकान पर काम करना शुरू कर दिया. हालांकि जसप्रीत की बहन उससे चार साल बड़ी है और आठवी क्लास में पढ़ती है लेकिन जसप्रीत कहता है कि अपनी बहन के लिए मैं सब कुछ करूंगा. जसप्रीत की बहन तरणप्रीत बताती है कि जसप्रीत बहुत मेहनत करता है.

Jaspreet Singh
Jaspreet Singh

पापा का सपना था कि पुलिस अफसर बनूं
जसप्रीत बताता है कि उसके पापा हम दोनों भाई बहन के लिए बहुत बड़े-बड़े सपने देखते थे. पापा का सपना था कि मैं बड़ा होकर एक पुलिस ऑफिसर बनूं और बहन टीचर बने. मैंने ये तय किया है कुछ भी हो जाए मैं पापा का सपना जरूर पूरा करूंगा. बहन को टीचर बनाऊंगा और खुद भी पुलिस अफसर बनकर रहूंगा. जसप्रीत ने गुड न्यूज टुडे से भी वादा किया कि वो एक दिन अपने पिता का सपना जरूर पूरा करेगा.

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बुआ बोली जसप्रीत किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना चाहता था
जसप्रीत और उसकी बहन अपने बुआ के पास ही रहते हैं. जसप्रीत की बुआ सुमन प्रीत कौर बताती हैं कि हम कभी नहीं चाहते थे कि जसप्रीत काम करे लेकिन यह जसप्रीत की ही जिद थी कि वो पापा की दुकान को आगे बढ़ाए. वो कहती हैं कि जसप्रीत कभी भी पापा की दुकान को बंद करना नहीं चाहता था. वो रोज़ सुबह उठता है. 7 बजे स्कूल जाता है 3 बजे लौटकर आता है फिर ट्यूशन जाता है और फिर ट्यूशन से लौट कर दुकान पर पहुंच जाता है. स्कूल से आने के तुरंत बाद वह अपना होमवर्क और पढ़ाई पूरी कर लेता है. जसप्रीत की मेहनत देखकर हम सब भी दंग रह जाते हैं.

 

आनंद महिंद्रा और सोनू सूद ने किया ट्वीट
जसप्रीत की कहानी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. आनंद महिंद्रा और सोनू सूद ने भी जसप्रीत के कहानी को ट्वीट किया है और उसकी पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्च उठाने का ऑफर भी दिया है. इलाके के कई लोकल लीडर भी सामने आए हैं. BJP नेता राजीव बब्बर ने जसप्रीत और उनकी बहन का एडमिशन प्राइवेट स्कूल में करवाने का आश्वासन दिया है. जसप्रीत के लिए अब मदद के हाथ की कमी नहीं है.