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Dholpur Karauli Tiger Reserve: इन दो गांवों के लोग बनेंगे लखपति और करोड़पति... जानिए कैसे

धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व एरिया के बफर जोन का सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया हैं. टाइगर रिजर्व एरिया के बफर जोन में धौलपुर जिले के 60 गांव और करौली जिले के 48 गांव शामिल हैं.

Dholpur Karauli Tiger Reserve Dholpur Karauli Tiger Reserve

राजस्थान के दो जिलों के 108 गांव के रहने वाले ग्रामीण अब करोड़पति और लखपति बन जाएंगे. धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व एरिया के बफर जोन का सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया हैं. टाइगर रिजर्व एरिया के बफर जोन में धौलपुर जिले के 60 गांव और करौली जिले के 48 गांव शामिल हैं. कोर एरिया में धौलपुर जिले के 26 गांव और करौली जिले के 26 गांव शामिल किये गए हैं.

परिवारों को मिलेगा मुआवजा 
बफर जोन में जिन गांवों की जमीन और मकान आ रहे हैं उनको सरकार की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा. मुआवजा 21 साल या उससे ज्यादा उम्र के सदस्य को दिया जाएगा. परिवार की बात की जाए तो पति और पत्नी को मुखिया बनाया गया हैं, जिनको एक ही राशि का मुआवजा दिया जाएगा. अगर परिवार में इनके बच्चे 21 साल या इससे ज्यादा उम्र के हैं तो हर एक को मुआवजा राशि 15-15 लाख रूपये दी जाएगी. 

परिवार में 18 से 20 साल तक के युवाओं को मुआवजा नहीं दिया जाएगा. अगर एक परिवार में मुखिया पति- पत्नी और उनके 21 साल से ज्यादा उम्र के 6 बच्चे हैं तो उनको 15-15 लाख के हिसाब से कुल एक करोड़ पांच लाख रूपये का मुआवजा दिया जाएगा. ऐसे में, परिवार मुआवजा राशि मिलने के बाद करोड़पति बन जाएगा. 

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मिलेगा रोजगार भी 
विस्थापित परिवारों के बेरोजगार युवाओं को टाइगर रिजर्व एरिया में रोजगार भी दिया जाएगा. धौलपुर उप वन संरक्षक वन्यजीव डॉक्टर आशीष शर्मा विस्थापित परिवारों से समझौता कर रहे हैं. धौलपुर जिले का नाम सुनते ही आंखों के सामने आ जाते हैं बागी, बंदूक और बीहड़. 

चंबल के बीहड़ों का बागी और बंदूक से काफी पुराना नाता रहा है. चम्बल का नाम जहन में आते ही सबसे पहले बन्दूक और घोड़ों पर दौड़ते हुए डकैतों की तस्वीर नजर आती थी. समय बदला तो बीहड़ से घोड़े गायब हो गए. लेकिन अब चम्बल का बीहड़ डकैत और बदमाशों के साथ-साथ टाइगर, पेंथर, भालू समेत अन्य वन्यजीवों को रास आ गया है.

बढ़ रही है वन्यजीवों की संख्या
धौलपुर के जंगलों में वन्यजीवों की संख्या मे लगातार इजाफा हो रहा है. धौलपुर जिले के उप वन संरक्षक वन्यजीव डॉक्टर आशीष व्यास ने बताया कि धौलपुर जिले में पांच सेंचुरी हैं जिनमे केशरबाग, वन विहार, रामसागर, चम्बल अभ्यारण्य और धौलपुर सेंचुरी शामिल हैं. इनको मिलाकर धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था.

डीएफओ व्यास ने बताया कि धौलपुर करौली टाइगर रिजर्व का कोर एरिया करीब 599 स्क्वायर किलोमीटर का घोषित किया है और बफर एरिया 457 स्क्वायर किलोमीटर हैं. टाइगर रिजर्व एरिया के कोर में तीन पार्ट लिए गए हैं. जिसमे पहला पार्ट में धौलपुर सेंचुरी, दूसरे हिस्से में चम्बल सेंचुरी और तीसरे पार्ट में कैला देवी सेंचुरी शामिल हैं. टाइगर रिजर्व एरिया में जितने भी गांव आ रहे हैं उनका निर्धारण कर लिया गया है.

(उमेश मिश्रा की रिपोर्ट)