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Prayagraj Dog Death RTI: जॉनी के लिए इंसाफ की जंग! प्रयागराज में डॉगी की मौत पर 200 RTI, परिवार की कोर्ट में लड़ाई!

अनुभव परिहार, जो पेशे से वकील हैं, ने जॉनी की मौत को महज एक हादसा मानने से इनकार कर दिया. अनुभव ने तुरंत कार्रवाई शुरू की. उन्होंने पुलिस स्टेशन, डीसीपी, सीपी, डीजीपी, और यहां तक कि मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत की. लेकिन हर जगह से एक ही जवाब मिला- ‘कोई लापरवाही नहीं हुई, केस बंद.’

जॉनी के लिए इंसाफ जॉनी के लिए इंसाफ
हाइलाइट्स
  • डॉगी की मौत पर 200 RTI

  • परिवार कोर्ट में लड़ रहा लड़ाई!

क्या आप अपने पालतू जानवर से इतना प्यार करते हैं कि उसकी मौत पर सिस्टम से टकरा जाएं? प्रयागराज के एक परिवार ने अपने डॉगी जॉनी के लिए ऐसी ही जंग छेड़ रखी है. दो साल पहले जॉनी की मौत ने इस परिवार को झकझोर दिया, लेकिन उनकी आंखों में आंसू सिर्फ एक पालतू जानवर के खोने के नहीं, बल्कि सिस्टम की लापरवाही और संवेदनहीनता के हैं. अनुभव सिंह परिहार, एक वकील, और उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने जॉनी के लिए इंसाफ की लड़ाई को कोर्ट तक पहुंचा दिया. वे अभी तक 200 से ज्यादा RTI दाखिल कर चुके हैं. 

जॉनी की कहानी क्या है?
10 सितंबर 2023 का दिन अनुभव और ज्योति के लिए कभी न भूलने वाला है. उनका प्यारा डॉगी जॉनी, जिसे वे बच्चे की तरह पालते थे, उस दिन सामान्य ग्रूमिंग के लिए प्रयागराज के डॉग केयर सेंटर गया था. लेकिन जब जॉनी वापस आया, उसकी हालत बिगड़ चुकी थी. ज्योति बताती हैं, “वह बेचैन था, सुस्त था, उल्टियां कर रहा था. अगली सुबह वह हमें छोड़कर चला गया.” जॉनी की मौत ने परिवार को अंदर तक तोड़ दिया.

ज्योति की आंखें नम हो जाती हैं जब वे कहती हैं, “जॉनी सिर्फ एक पालतू जानवर नहीं था, वह हमारा परिवार था. उसकी मौत सिस्टम की लापरवाही की वजह से हुई. हम इंसाफ के लिए लड़ेंगे, न सिर्फ जॉनी के लिए, बल्कि हर उस जानवर के लिए जो ऐसी लापरवाही का शिकार होता है.” परिवार ने जॉनी की याद में 13वीं के संस्कार तक किए, पूरे विधि-विधान से पूजा-पाठ करवाया, ताकि उनकी आत्मा को शांति मिले. लेकिन उनका मानना है कि जॉनी की आत्मा को शांति तभी मिलेगी, जब उसे इंसाफ मिलेगा.

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200 RTI की गई 
अनुभव परिहार, जो पेशे से वकील हैं, ने जॉनी की मौत को महज एक हादसा मानने से इनकार कर दिया. वे बताते हैं, “मैं जॉनी को ग्रूमिंग के लिए क्लीनिक ले गया था. डॉक्टर ने कहा कि इंजेक्शन देंगे, ताकि वह शांत रहे और बाल आसानी से कट जाएं. लेकिन न तो मुझे इंजेक्शन का नाम बताया गया, न ही इसके साइड इफेक्ट्स. शाम को जॉनी की हालत बिगड़ गई, और कुछ घंटों में वह चला गया.”

अनुभव ने तुरंत कार्रवाई शुरू की. उन्होंने पुलिस स्टेशन, डीसीपी, सीपी, डीजीपी, और यहां तक कि मुख्यमंत्री कार्यालय तक शिकायत की. लेकिन हर जगह से एक ही जवाब मिला- ‘कोई लापरवाही नहीं हुई, केस बंद.’ निराशा के बावजूद अनुभव ने हार नहीं मानी. उन्होंने 200 से ज्यादा RTI दाखिल कीं, हर सरकारी विभाग से जवाब मांगा. उनकी मेहनत रंग लाई. RTI से खुलासा हुआ कि डॉग केयर सेंटर वास्तव में एक मेडिकल स्टोर था, जहां डॉ. विकास सिंह 1976 से अवैध रूप से वेटरनरी प्रैक्टिस कर रहे थे.

कानून के मुताबिक, कोई वेटरनरी डॉक्टर मेडिकल स्टोर पर प्रैक्टिस नहीं कर सकता. इस खुलासे के बाद प्रयागराज कमिश्नर ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की. कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ड्रग्स डिपार्टमेंट ने मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया और डॉक्टर को वहां से हटाया गया. लेकिन अनुभव इससे संतुष्ट नहीं हैं. वे कहते हैं, “7 अप्रैल 2025 को सेंटर का लाइसेंस रद्द कर केस को ‘क्लोज’ कर दिया गया. यह इंसाफ नहीं है.”

कोर्ट में जॉनी की जंग
अनुभव ने जॉनी के लिए कानूनी लड़ाई को जिला अदालत तक ले जाया है. वे नए सबूत जुटा रहे हैं और कोर्ट में मुकदमा दाखिल कर चुके हैं. अनुभव कहते हैं, “मैं एक वकील हूं, मुझे कानून की ताकत पता है. जॉनी के लिए इंसाफ मिलेगा, चाहे कितना वक्त लगे.” उनकी इस लड़ाई में परिवार का हर सदस्य साथ है.

इस बीच, हमने जॉनी का इलाज करने वाले डॉ. विकास सिंह से उनका पक्ष जानने की कोशिश की. वे कहते हैं, “मैंने प्रोटोकॉल के तहत जॉनी को सुस्त करने के लिए इंजेक्शन दिया था. वह मेरे पास से सही-सलामत लौटा था. उसकी मौत का कारण मुझे नहीं पता, लेकिन सभी जांचों में मुझे क्लीन चिट मिल चुकी है.”

हालांकि, अनुभव और ज्योति इस बात से सहमत नहीं हैं. वे मानते हैं कि जॉनी की मौत के लिए डॉक्टर की लापरवाही जिम्मेदार है. परिवार को इस लड़ाई में धमकियां भी मिल रही हैं, लेकिन वे पीछे हटने को तैयार नहीं.

जॉनी के लिए परिवार का प्यार देखकर हर कोई हैरान है. ज्योति बताती हैं, “जॉनी हमारे लिए बच्चे जैसा था. उसकी हर शरारत, हर आदत हमें याद है.” जॉनी की मौत के बाद परिवार ने न सिर्फ उसका अंतिम संस्कार किया, बल्कि पूरे रीति-रिवाज से पूजा-पाठ भी करवाया. यह दिखाता है कि जॉनी उनके लिए कितना खास था.

(आनंद राज की रिपोर्ट)