
बिहार के औरैया जिले एक अजीबो-गरीब घटना सामने आई है जहां मरे हुए आदमी ने अपने परिजनों को फोन करके मोहर्रम पर उनसे मिलने की बात कह दी. दरअसल कुछ दिन पहले यहां पुलिस ने एक अज्ञात शव की पहचान करवाई थी. नूर मोहम्मद नाम के एक युवक के परिजनों ने शव की पहचान की थी. उस वक्त नूर मोहम्मद को कब्रिस्तान में रीति-रिवाज़ के अनुसार दफ़ना दिया गया था. लेकिन अब उनके इस कॉल ने सबको हैरान कर दिया है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.
जब ईंट भट्ठे के पास मिला शव
औरैया की सदर कोतवाली के गांव पुरवा रहट में मौजूद काशी ईंट भट्ठे के पास 27 जून की दोपहर को एक 40 साल के आदमी का शव मिला था. ग्रामीणों ने उसके मानसिक बीमार होने और दो-तीन दिन से गांव के आसपास घूमते दिखने की जानकारी दी थी. शव की शिनाख्त के लिए पुलिस ने उसके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल किए थे.
सोशल मीडिया पर पुलिस की ओर से अपलोड की गई तस्वीरें देख सेंगनपुर के रहने वाले शम्सुल और उनके पड़ोसी नसीम खान पुलिस के साथ मोर्चरी पहुंचे थे. वहां उन्होंने चेहरे से शव की पहचान शम्सुल के भांजे नूर मोहम्मद के तौर पर की. उन्होंने बताया कि नूर मोहम्मद मुंबई में प्राइवेट नौकरी करता था.
इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया था. परिजन शव को घर ले आए और रात में उसको गांव के ही कब्रिस्तान में दफ्न कर दिया. कफन-दफन के बाद वे तीजे-40वें की तैयारियों में जुट गए लेकिन एक फोन कॉल ने उन्हें हैरान कर दिया.
"मोहर्रम पर मिलने आऊंगा..."
एक जुलाई को नूर मोहमद ने फोन पर वीडियो कॉल करके अपने मामा से मोहर्रम पर गांव आने के लिए कहा, तब सबके होश उड़ गए. आखिर फिर वह डेड बॉडी किस की थी, इसका पता अभी नहीं लग पाया है. नूर मोहमद के परिजनों ने घटना के संबंध में पुलिस को जानकारी दे दी है.
नूर मोहम्मद के परिवार वालों का कहना है कि मृतक का चेहरा नूर मोहम्मद से मिलने के कारण उनसे यह गलती हुई. पुलिस दोबारा मृतक की पहचान ढूंढने में जुट गई है.
(औरैया से सूर्या शर्मा की रिपोर्ट)