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How to Grow Spices in Pot: सितंबर में बालकनी में कैसे उगाएं ये 8 मसाले

कई लोगों को घर की बालकनी या छत पर गार्डनिंग का शौक होता है. वो तरह-तरह के पौधे उगाते हैं. चलिए आपको सितंबर महीने में बालकनी में गमले में उगाए जाने वाले 8 मसालों के बारे में बताते हैं. इसमें तेज पत्ता, धनिया, काली मिर्च, इलायची,लौंग, सौंफ और जीरा शामिल हैं.

Gardening Tips (Photo/Meta AI) Gardening Tips (Photo/Meta AI)

मार्केट में मिलने वाले नकली सामानों के हर कोई परेशान है. भोजन को लेकर भी ये चिंता बनी रहती है कि क्या हम कोई मिलावटी सामान तो नहीं खा रहे हैं? लेकिन हम कुछ जरूरी सावधानी और तत्परता से मिलावटी सामानों से बच सकते हैं. सितंबर का महीना चल रहा है. इस महीने में हम अपने घर में मसाले उगा सकते हैं और उसका इस्तेमाल कर सकते हैं. चलिए आपको सितंबर महीने में बालकनी में आसानी से उगाए जा सकने वाले 8 मसालों के बारे में बताते हैं.

गमले में कैसे उगाएं मेथी?
सितंबर महीने में बालकनी या छत पर गमले में मेथी उगा सकते हैं. इसके लिए 6-8 इंच गहरे चौड़े गमले में मिट्टी भरें और उसमें मेथी के बीज बो दें. गमले को ऐसी जगह पर रखें, जहां पर्याप्त धूप आती हो. मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए हमेशा पानी का छिड़काव करते रहें. लेकिन ज्यादा पानी नहीं होना चाहिए. इससे जड़ें गल सकती हैं. कुछ हफ्तों बाद जब मेथी के पत्ते तैयार हो जाएं तो उसकी कटाई करें और इस्तेमाल करें.

कैसे उगाएं तेज पत्ता?
गमले में तेज पत्ता का पौधा लगाने के लिए उसमें अच्छी मिट्टी भरें और उसमें खाद भी मिलाएं. पौधा उगाने के लिए गमला ऐसा होना चाहिए, जिसमें नीचे छेद हो, ताकि उसमें पानी जमा ना हो. गमले में 1-2 इंच गहराई में बीज बोना चाहिए. गमले को ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां 4-5 घंटे सीधी धूप मिलती हो. पौधे में ज्यादा पानी ना डालें, नहीं तो जड़े सड़ सकती हैं. हर 2-3 हफ्ते में एक बार जैविद खाद डालना चाहिए. पौधे को हमेशा काटते-छांटते रहना चाहिए.

धनिया उगाने का तरीका-
गमले में धनिया उगाने के लिए अच्छी क्वालिटी का बीज होना बेहद जरूरी है. गमले में जल निकासी के लिए छेद होना जरूरी है. धनिया उगाने के लिए हल्की, रेतीली और न्यूट्रिशन से भरपूर मिट्टी का इस्तेमाल करना चाहिए. गमले में बीज बोने के बाद पानी का छिड़काव करें. गमले को 4-5 घंटे धूप वाली जगह पर रखना चाहिए. धनिया के बीज 7-10 दिन में अंकुरित हो जाते हैं. पौधे उगने के बाद नियमित पानी देना चाहिए. 

काली मिर्च कैसे उगाएं?
काली मिर्च उगाने के लिए एक जल निकासी वाले गमले का इस्तेमाल करना चाहिए. उसमें सूखी और भुरभुरी मिट्टी में रेत और खाद मिलना चाहिए. अच्छी किस्म के काली मिर्च के पौधे नर्सरी से खरीदना चाहिए. पौधे को गमले में लगाएं. उसके बाद उसमें थोड़ा सा पानी डालें. काली मिर्च के पौधे को रोजाना 6 से 8 घंटे की सीधी धूप की जरूरत होती है. हर 1-2 महीने में जैविक खाद डालना चाहिए. हालांकि काली मिर्च की पैदावार के लिए 5 से 7 साल का वक्त लग जाता है.

इलायची का पौधा-
गमले में इलायची का पौधा उगाने में 2 से 3 साल का वक्त लगता है. सबसे पहले गमले में जल निकासी वाली मिट्टी का इस्तेमाल करना चाहिए. इसमे समय-समय पर खाद देना चाहिए. बीज को मिट्टी में 2 इंच गड्ढे में बोएं. इसके बाद हल्का सा पानी दें. गमले को ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां तेज धूप ना पड़े. इलायची के पौधे को हल्की रोशनी की जरूरत होती है.

लौंग उगाने का तरीका-
गमले में लौंग उगाने के लिए एक गमला लेना चाहिए. सबसे पहले ताजा बीज लेना चाहिए और उसे 24 घंटे तक पानी में भिगोकर रखना दें. इसके बाद बीजों को गीले कपड़े में लपेटकर 4-5 दिन के तक अंकुरित होने दें. इसके बाद गमले में एक इंच गहराई में बीज को बो दें. गमले को धूप वाली जगह पर रखना चाहिए. गमले में पर्याप्त नमी बनाए रखना चाहिए. लौंग के पौधे में फूल लगने में 4-5 साल का वक्त लगता है.

जीरा कैसे उगाएं?
गमले में जीरा उगाने के लिए बीजों को अच्छी उपजाऊ मिट्टी में बोना चाहिए. जीरे के लिए मिट्टी, कोकोपीट, रेत और ऑर्गेनिक कम्पोस्ट की जरूरत होती है. गमले में पानी नहीं जमा होने देना चाहिए. जीरे के पौधे को पर्याप्त धूप की जरूरत होती है. जीरे के बीज 7 से 10 दिनों में अंकुरित होने लगते हैं. गमले में जीरा तैयार होने में 4 महीने का वक्त लगता है.

सौंफ उगाने का तरीका-
गमले में सौंफ उगाने में 4 महीने का वक्त लगता है. इसके लिए कम से कम 12 इंच गहरा एक गमला लेना चाहिए. उसमें जल निकासी के लिए नीचे एक छेद होना चाहिए. जैविक खाद युक्त पॉटिंग मिट्टी से भरें. सौंफ के बीजों को मिट्टी के ऊपरी सतह पर छिड़कें. इसके बाद ऊपर से हल्की मिट्टी की परत डालें. उसपर पानी का छिड़काव करना चाहिए. सौंफ को धूप की जरूरत होती है. इसके लिए गमले को 6-8 घंटे सीधी धूप वाली जगह पर रखना चाहिए.

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