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Hi-tech Security for Mangoes: दुनिया के सबसे महंगे आम 'मियाजाकी' के लिए हाई टेक सुरक्षा, दो सिक्योरिटी गार्ड्स के साथ लगाए सीसीटीवी कैमरे भी, देखने के लिए जुट रहे लोग

शैलेंद्र कुमार रघुवंशी ने इसकी खेती 2021 में शुरू की थी. अब यह आम उगने लगा है तो लोग इसे देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं. ऐसे में शैलेंद्र को आम की सुरक्षा में इज़ाफा करना पड़ा है.

मियाजाकी आम. मियाजाकी आम.

आमतौर पर कीमती साजो-समान या फिर ज्वेलरी की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी लगाए जाते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि वाराणसी के चोलापुर ब्लाक के बबियांव गांव में एक नर्सरी के अंदर 24 घंटे पहरेदार दुनिया की सबसे महंगे आम की प्रजाति मियाजाकी की सुरक्षा में लगे हुए है. साल 2021 में इस आम की प्रजाति को जापान से वाराणसी लाया गया और तभी से इसको लगाने की कवायद शुरू हो गई थी. लेकिन अब कहीं जाकर इसमें आम फल लगना शुरू हो गया है. 

आम के लिए लगाए गए पहरेदार 
मियाजाकी आम दुनिया का सबसे महंगा आम है जो 2-3 लाख रुपए प्रति किलोग्राम मिलता है. पहली बार वाराणसी में इस आम के पैदा होने से लोग इतने उत्साहित हैं कि दूर-दूर से इसे देखने के लिए खिंचे चले आ रहे हैं. इसकी वजह से इसकी सुरक्षा में 24 घंटे न केवल दो पहरेदार लगाए गए हैं, बल्कि सीसीटीवी कैमरों से भी इसकी निगरानी हो रही है. 

मियाजाकी आम की खेती करने वाले किसान शैलेंद्र कुमार रघुवंशी ने बताया कि आम की इस प्रजाति को उन्होंने 2021 में जापान से मंगाया था. इसको मंगाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ा और पैसे भी खर्च हुए. छह महीने तक रखने के बाद दिसंबर में इसका पौधरोपड़ किया गया. इसके दो साल बाद फ्लोरिंग शुरू हुई और अब आए हुए फल को देखने के लिए लोग आते हैं. इन आम के पौधों की रखवाली के लिए दो लोगों को तैनात किया गया है. 

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पुणे की कंपनी से मंगाया आम 
जापान में एक स्थान मियाजाकी है जहां आम की यह प्रजाति पाई जाती है. यह बात दिसंबर 2021 की है. शैलेंद्र बताते हैं कि जब उन्होंने मियाज़ाकी के बारे में पता चला तो उन्हें इस आम को लगाने की इच्छा हुई. इसके बाद उन्होंने पुणे की एक कंपनी के जरिए इसके पौधे को मंगाया. इसका फल ठीक सूर्योदय के समय के रंग का है और इसका आकार कुछ-कुछ अंडाकार होता है. ऐसा बताया जाता है कि आम में कई ऐसे मिनरल पाए जाते हैं जो यहां के आम में नहीं मिलता है. 

शैलेंद्र बताते हैं कि अभी आम को टेस्ट करने के बाद ही पता चलेगा कि वह सारे मिनरल यहां भी मिल रहे हैं या नहीं. उन्होंने बताया कि इस वक्त मियाजाकी आम के उनके पास 120 पौधे तैयार हैं और एक पौधे की कीमत ₹1000 रखी गई है. उन्होंने बताया कि इन आम के पौधों की सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मी लगे हुए है. सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है. 

मियाजाकी आम की रखवाली करने वाले कृष्ण कुमार ने बताया कि वह 24 घंटे उसकी रखवाली करते हैं. ताकि कोई इन आम के पौधों के नजदीक न आ सके. उन्होंने बताया कि वह कुल दो लोग रखवाली करते हैं और सीसीटीवी भी लगा हुआ है.

वहीं आसपास के गांव वाले इतने महंगे आम को देखने के लिए जिज्ञासावश खिंचे चले आ रहे हैं. इनमें से एक विजय कुमार रघुवंशी ने बताया कि जैसे ही उनको समाचार के जरिए इस आम के बारे में जानकारी हुई तो वह देखने चले आए और किसान शैलेंद्र की कोशिश की भी जमकर तारीफ भी की. उन्होंने बताया कि जो कुछ समाचार या तो फिर सपने में दिखता है उसे किसान शैलेंद्र अपने गांव तक लेकर आते हैं.

आमतौर पर कीमती साजो-समान या फिर ज्वेलरी की सुरक्षा के लिए सुरक्षाकर्मी लगाए जाते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि वाराणसी के चोलापुर ब्लाक के बबियांव गांव में एक नर्सरी के अंदर 24 घंटे पहरेदार दुनिया की सबसे महंगे आम की प्रजाति मियाजाकी की सुरक्षा में लगे हुए है. साल 2021 में इस आम की प्रजाति को जापान से वाराणसी लाया गया और तभी से इसको लगाने की कवायद शुरू हो गई थी. लेकिन अब कहीं जाकर इसमें आम फल लगना शुरू हो गया है. 

आम के लिए लगाए गए पहरेदार 
मियाजाकी आम दुनिया का सबसे महंगा आम है जो 2-3 लाख रुपए प्रति किलोग्राम मिलता है. पहली बार वाराणसी में इस आम के पैदा होने से लोग इतने उत्साहित हैं कि दूर-दूर से इसे देखने के लिए खिंचे चले आ रहे हैं. इसकी वजह से इसकी सुरक्षा में 24 घंटे न केवल दो पहरेदार लगाए गए हैं, बल्कि सीसीटीवी कैमरों से भी इसकी निगरानी हो रही है. 

मियाजाकी आम की खेती करने वाले किसान शैलेंद्र कुमार रघुवंशी ने बताया कि आम की इस प्रजाति को उन्होंने 2021 में जापान से मनाया गया था. इसको मंगाने में काफी समस्या का सामना करना पड़ा और पैसे भी खर्च हुए. छह महीने तक रखने के बाद दिसंबर में इसका पौधरोपड़ किया गया. इसके दो साल बाद फ्लोरिंग शुरू हुई और अब आए हुए फल को देखने के लिए लोग आते हैं. इन आम के पौधों की रखवाली के लिए दो लोगों को तैनात किया गया है. 

पुणे की कंपनी से मंगाया आम 
जापान में एक स्थान मियाजाकी है जहां आम की यह प्रजाति पाई जाती है. यह बात दिसंबर 2021 की है. शैलेंद्र बताते हैं कि जब उन्होंने मियाज़ाकी के बारे में पता चला तो उन्हें इस आम को लगाने की इच्छा हुई. इसके बाद उन्होंने पुणे की एक कंपनी के जरिए इसके पौधे को मंगाया. इसका फल ठीक सूर्योदय के समय के रंग का है और इसका आकार कुछ-कुछ अंडाकार होता है. ऐसा बताया जाता है कि आम में कई ऐसे मिनरल पाए जाते हैं जो यहां के आम में नहीं मिलता है. 

शैलेंद्र बताते हैं कि अभी आम को टेस्ट करने के बाद ही पता चलेगा कि वह सारे मिनरल यहां भी मिल रहे हैं या नहीं. उन्होंने बताया कि इस वक्त मियाजाकी आम के उनके पास 120 पौधे तैयार हैं और एक पौधे की कीमत ₹1000 रखी गई है. उन्होंने बताया कि इन आम के पौधों की सुरक्षा के लिए दो सुरक्षाकर्मी लगे हुए है. सीसीटीवी कैमरा भी लगाया गया है. 

मियाजाकी आम की रखवाली करने वाले कृष्ण कुमार ने बताया कि वह 24 घंटे उसकी रखवाली करते हैं. ताकि कोई इन आम के पौधों के नजदीक न आ सके. उन्होंने बताया कि वह कुल दो लोग रखवाली करते हैं और सीसीटीवी भी लगा हुआ है.

वहीं आसपास के गांव वाले इतने महंगे आम को देखने के लिए जिज्ञासावश खिंचे चले आ रहे हैं. इनमें से एक विजय कुमार रघुवंशी ने बताया कि जैसे ही उनको समाचार के जरिए इस आम के बारे में जानकारी हुई तो वह देखने चले आए और किसान शैलेंद्र की कोशिश की भी जमकर तारीफ भी की. उन्होंने बताया कि जो कुछ समाचार या तो फिर सपने में दिखता है उसे किसान शैलेंद्र अपने गांव तक लेकर आते हैं.