
कहते हैं कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती है. लेकिन फिर भी लोग जल्द से जल्द अपनी पढ़ाई पूरी करके जॉब करें ताकि उन्हें स्कूल, कॉलेज और एग्जाम के झंझट से मुक्ति मिले. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं एक ऐसे शख्स के बारे में जो न पढ़ने से थक रहा है और न ही एग्जाम देने से. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की गंदड़ पंचायत के डॉ. मिल्खी राम आज 73 वर्ष के हैं और निरंतर पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने 22 डिग्रियां और 11 डिप्लोमा हासिल कर एक मिसाल कायम की है.
जहां बहुत से लोग 25 से 30 साल की उम्र में ही पढ़ाई से थक जाते हैं, वहीं डॉ. मिल्खी राम ने उस उम्र में भी पढ़ाई जारी रखी, जब अधिकतर लोग स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते हुए बिस्तर पकड़ लेते हैं. ऐसे में उनका यह शैक्षणिक सफर हर किसी को हैरान कर देता है.
डिग्रियों और डिप्लोमा की सूची
डॉ. मिल्खी राम ने अब तक LLB, LLM, B.Ed, M.Ed, और M.A. (अंग्रेज़ी, राजनीति शास्त्र, समाजशास्त्र सहित कुल 18 विषयों में), M.Phil (हिंदी), और JMC जैसी डिग्रियां हासिल की हैं. वर्तमान में वे ज्योतिष विषय में M.A. कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने ट्रांसलेशन, मानव संसाधन विकास, एजुकेशन, संस्कृत भाषा जैसे क्षेत्रों में 11 डिप्लोमा भी पूरे किए हैं.
हिमाचल के सबसे पढ़े-लिखे व्यक्ति
बीजेपी से राज्यसभा सांसद सिकंदर कुमार ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि डॉ. मिल्खी राम का नाम लुसेंट सामान्य ज्ञान पुस्तक के पृष्ठ 414 पर हिमाचल प्रदेश के सबसे अधिक शिक्षित व्यक्ति के रूप में दर्ज है. यह उपलब्धि सिर्फ डिग्रियों का आंकड़ा नहीं, बल्कि उनके अदम्य जुनून, अनुशासन और सीखने की अटूट इच्छा की प्रतीक है.
सांसद सिकंदर कुमार ने आगे लिखा कि डॉ. मिल्खी राम उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा हैं, जिन्होंने किसी कारणवश पढ़ाई अधूरी छोड़ दी या उम्र का बहाना बनाकर पढ़ाई से किनारा कर लिया है. डॉ. मिल्खी राम की यह कहानी बताती है कि अगर सीखने का जज़्बा कायम हो, तो उम्र महज़ एक संख्या बनकर रह जाती है.