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How to check fake or Real Gold: सोना असली है या नकली... एक मिनट में ऐसे करें पहचान, ज्वेलर भी खा जाएंगे चक्कर!

भारत दुनिया में सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता है. ऐसे में स्कैमर्स नकली गहनों से लोगों को ठगने से पीछे नहीं हटते. नकली सोना खरीदने से न केवल पैसों का नुकसान होता है, बल्कि यह भावनात्मक धोखा भी होता है.

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भारत में सोना सिर्फ गहनों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी भावनाओं, परंपराओं और निवेश से भी जुड़ा हुआ है. शादी-ब्याह हो या तीज-त्योहार, सोना हर मौके की शान बढ़ाता है. लेकिन क्या आपको पता है कि मार्केट में नकली सोने की बाढ़ सी आ चुकी है? अक्सर लोग चमक-दमक देखकर इसे खरीद तो लेते हैं, लेकिन बाद में पता चलता है कि गहना नकली है. 

अब सवाल ये है कि सोना असली है या नकली, कैसे पहचानें? आइए जानते हैं कुछ ऐसे आसान घरेलू और प्रोफेशनल तरीके, जिन्हें अपनाकर आप धोखा खाने से बच सकते हैं.

1. हॉलमार्क से सबसे बड़ा राज़ खुलता है
भारत में असली सोना पहचानने का सबसे भरोसेमंद तरीका है हॉलमार्क चेक करना.

  • 24 कैरेट सोने पर 999 अंकित होता है.
  • 22 कैरेट पर 916 और
  • 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है.

अगर आपके गहने पर ये निशान नहीं है, तो समझ लीजिए कि मामला गड़बड़ है.

2. चुंबक टेस्ट- तुरंत पकड़ लीजिए नकली
सोना कभी भी चुंबक (Magnet) से आकर्षित नहीं होता. अगर आपका गहना चुंबक से चिपक जाए तो यकीन मानिए, उसमें कॉपर या आयरन की मिलावट है. यह टेस्ट घर पर सबसे आसान और तेज़ी से किया जा सकता है.

3. काटने का टेस्ट- फिल्मों वाला तरीका
पुरानी फिल्मों में आपने देखा होगा कि लोग सोने को दांत से काटकर उसकी असलियत पहचानते हैं. दरअसल, असली सोना थोड़ा मुलायम होता है और उस पर हल्का निशान पड़ सकता है. हालांकि, यह तरीका आजकल प्रैक्टिकल नहीं है, क्योंकि महंगे गहनों को नुकसान हो सकता है.

4. पानी में डालकर देखें- सच सामने आ जाएगा
सोने का घनत्व (Density) ज्यादा होता है. जब आप असली सोने के गहने को पानी से भरे बर्तन में डालते हैं, तो वह सीधा नीचे बैठ जाएगा. वहीं, नकली सोना हल्का होने के कारण तैर भी सकता है.

5. सिरका (Vinegar) टेस्ट- मिनटों में खुल जाएगी पोल
थोड़ा सा सिरका सोने पर डालें. असली सोने पर कोई असर नहीं होगा, लेकिन नकली सोने का रंग बदल जाएगा या उस पर हल्के धब्बे नज़र आने लगेंगे.

6. स्क्रैच टेस्ट- पर असली जौहरी से कराएं
सोने को हल्का सा पत्थर पर रगड़कर देखा जाता है. इसके बाद उस निशान पर एसिड डालकर टेस्ट किया जाता है. यह तरीका ज्वेलर्स और प्रोफेशनल्स अपनाते हैं. घर पर इसे करना मुश्किल और रिस्की हो सकता है.

7. वजन और ध्वनि से पहचान
असली सोने का वजन नकली मेटल से अधिक होता है. साथ ही जब असली सोने को किसी कठोर चीज़ पर हल्का सा टकराया जाए, तो उसमें मीठी, गूंजती हुई आवाज आती है. नकली धातुओं से ऐसी आवाज नहीं निकलती.

क्यों जरूरी है असली सोना पहचानना?
भारत दुनिया में सबसे बड़ा सोना उपभोक्ता है. ऐसे में स्कैमर्स नकली गहनों से लोगों को ठगने से पीछे नहीं हटते. नकली सोना खरीदने से न केवल पैसों का नुकसान होता है, बल्कि यह भावनात्मक धोखा भी होता है. खासतौर पर शादियों और त्योहारों के समय लोगों को इसका शिकार बनाया जाता है.

बचाव के उपाय

  • हमेशा हॉलमार्क वाले गहने ही खरीदें.
  • किसी भी ज्वेलर से खरीदारी करते समय बिल और सर्टिफिकेट ज़रूर लें.
  • भरोसेमंद दुकानों और ब्रांड से ही सोना लें.
  • बहुत सस्ता सोना देखकर कभी भी लालच में न आएं.

तो अगली बार जब भी आप सोना खरीदने जाएं, इन टिप्स को याद रखिए. नहीं तो हो सकता है कि आपके गहनों की चमक कुछ ही दिनों में फीकी पड़ जाए और आपको बड़ा झटका लगे.