
किचन हर घर का सबसे अहम हिस्सा होता है, लेकिन यही जगह अक्सर चींटियों का अड्डा भी बन जाती है. खासकर गर्मी और बरसात के मौसम में किचन की दीवारों, अलमारियों और डिब्बों पर लाल और काली चींटियों की लंबी कतारें दिखने लगती हैं. कभी चीनी के डिब्बे पर धावा, तो कभी बची हुई मिठाई पर कब्जा-ये छोटी-सी चींटियां पूरे घर की शांति भंग कर देती हैं. ऐसे में हर किसी के मन में यही सवाल उठता है-किचन से चींटियों को भगाएं तो कैसे?
क्यों आती हैं चींटियां किचन में?
चींटियों की सबसे बड़ी कमजोरी है- मीठी और नम चीजों की खुशबू. जरा सी लापरवाही, जैसे खुले में रखा हुआ खाना, गिरे हुए टुकड़े या नमी वाला कोना, और तुरंत चींटियों की पूरी फौज वहां पहुंच जाती है. यही वजह है कि किचन उनकी पहली पसंद होती है.
घरेलू नुस्खे जो तुरंत करेंगे असर
अब महंगे स्प्रे या जहरीले कैमिकल्स पर पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं. कुछ आसान घरेलू उपाय हैं, जिनसे आप सुरक्षित तरीके से चींटियों को किचन से दूर भगा सकते हैं.
1. नींबू का जादू
नींबू का रस चींटियों को बिल्कुल पसंद नहीं आता. जहां-जहां चींटियां ज्यादा दिख रही हों, वहां नींबू का रस छिड़क दें. आप चाहें तो नींबू के छिलके भी कोनों में रख सकते हैं.
2. नमक का इस्तेमाल
नमक केवल खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि चींटियों को भगाने का भी काम करता है. दरारों या चींटियों की लाइन पर थोड़ा सा नमक छिड़क दें, वे तुरंत दिशा बदल लेंगी.
3. दालचीनी और लौंग
चींटियां तेज गंध से दूर भागती हैं. दालचीनी की डंडी या लौंग के टुकड़े किचन के उन हिस्सों में रखें जहां अक्सर चींटियां दिखती हैं. यह तरीका न सिर्फ कारगर है बल्कि किचन को खुशबूदार भी बना देगा.
4. सिरका और पानी का मिश्रण
एक स्प्रे बोतल में बराबर मात्रा में सिरका और पानी मिलाकर स्प्रे करें. यह नुस्खा चींटियों के लिए 'अलार्म' की तरह काम करता है और वे दोबारा वहां आने से बचेंगी.
5. बेकिंग सोडा और चीनी का ट्रिक
अगर चींटियों का हमला ज्यादा हो, तो बेकिंग सोडा और चीनी बराबर मात्रा में मिलाकर रखें. चींटियां चीनी की ओर खिंचेंगी, लेकिन बेकिंग सोडा से उनका रास्ता बंद हो जाएगा.
किन बातों का रखें ध्यान?
अगर आप इन आसान नुस्खों को अपनाते हैं, तो चींटियों की परेशानी से छुटकारा पाना मुश्किल नहीं. अगली बार जब किचन में चींटियों की लाइन दिखे, तो गुस्सा करने के बजाय इन घरेलू उपायों को आजमाइए और चींटियों से हमेशा के लिए कह दीजिए-“अब और नहीं!”