एवोकाडो का शानदार फल है. आजकल तो इसका काफी ट्रेंड चल चुका है. खासतौर पर फिटनेस का काफी ध्यान रखने वाले एवोकाडो का काफी सेवन करते हैं. एवोकाडो टोस्ट, सैंडविच और सालाड के तौर पर इसका काफी सेवन किया जाता है.
हेल्थ बेनेफिट्स के हिसाब से देखेंन से यह हार्ट हेल्थ के लिए काफी अच्छा होता है. साथ ही यह फाइबर से भी भरपूर होता है तो यह पाचन तंत्र को काफी मजबूत करता है. साथ ही आपकी लगातार भूख लगने की समस्या भी दूर करता है. इसमें विटामिन ई मौजूद होता है जो बालों की सेहत के लिए काफी अच्छा होता है. खासतौर पर डायबिटीज़ के लोगों के लिए यह काफी फायदेमंद होता है.
अब जब एवोकाडो इतना फायदेमंद होता है, तो क्यों न इसे अपने घर पर उगाया जाए और इसके फायदो का लाभ उठाया जाए. घर पर एवोकाडो का पौधा उगाना एक शानदार अनुभव साबित हो सकता है! घर पर एवोकाडो उगाने के लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो करें.
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इन चीज़ों की पड़ेगी जरूरत
- एवोकाडो फार्मिंग के लिए एक ताज़ा और पका हुआ एवोकाडो चाहिए होगा.
- इसके अलावा आपको 3-4 टूथपिक की भी जरूरत पड़ेगी.
- एक ट्रांस्पेरेंट ग्लाट या जग की भी जरूरत होती.
- फार्मेंग के दौरान आपको स्वच्छ पानी की आवश्यकता पड़ेगी.
- एक ऐसा गमला लें जिसकी तली में छेड हो. ताकि पानी की निकासी हो सके.
- गमले में डालने के लिए आपको ऐसी मिट्टी चाहिए होगी जिसमें से जल निकासी आसानी से हो सके.
कैसे करें एवोकाडो फार्मिंग की शुरुआत
सबसे पहले चाहिए होंगे एवोकाडो सीड्स
- एवोकाडो का इस तरह काटें कि उसके अंदर का बीज सुरक्षित करें.
- बीच को किसी चम्मच की मदद से बाहर निकाल लें
- बीच को गुनगुने पानी से साफ कर लें.
- इस बात का ध्यान रखें कि उसके उपर से भूरे रंग का छिलका न उतरें.
इस तरह करें बीज की पहचान
- एवोकाडो के बीज का एक नुकीला सिरा (जहां से अंकुर निकलता है) और एक चपटा सिरा (जहां से जड़ें निकलती हैं) होता है.
- यह जानना ज़रूरी है कि बीज का हमेशा चपटा सिरा नीचे और नुकीला सिरा ऊपर रखा जाता है.
बीज पर टूथपिक्स लगाना
- बीज को अपने हाथ में लें, चपटा सिरा नीचे की तरफ रहे.
- बीज के बीचोंबीच तीन या चार टूथपिक्स को थोड़ा तिरछा करके चारों तरफ समान दूरी पर गाड़ दें.
- टूथपिक्स बीज को गिलास के किनारे पर टिकाने का काम करेंगे ताकि उसका सिर्फ निचला हिस्सा ही पानी में डूबा रहे.
कैसे रखें बीज को पानी में
- ग्लास या जार में साफ पानी भरें.
- बीज को ग्लास के मुंह पर इस तरह रखें कि टूथपिक्स गिलास के किनारे पर टिक जाएं और बीज का नुकीला सिरा पूरी तरह बाहर हवा में रहना चाहिए.
- ग्लास को धूप वाली खिड़की के पास रख दें.
अंकुरण का इंतज़ार
- हर 2-3 दिन में पानी बदलते रहें ताकि वह साफ रहे और शैवाल न जमे.
- पानी का स्तर बनाए रखें ताकि बीज का निचला हिस्सा हमेशा डूबा रहे.
- अंकुरण में 2 से 8 सप्ताह लग सकते हैं.
- पहले बीज का चपटा सिरा फटेगा और उसमें से नीचे की ओर बढ़ेगी.
- फिर बीज के ऊपरी (नुकीले) हिस्से से एक डंठल ऊपर की ओर निकलना शुरू होगा और उस पर पत्तियां आएंगी.
गमले में कैसे लगाएं
- जब तना लगभग 6-7 इंच लंबा हो जाए और उस पर कुछ पत्तियां आ जाएं, और जड़ें अच्छी तरह विकसित हो जाएं. आमतौर पर यह अंकुरण शुरू होने के कई हफ्तों बाद होता है.
- गमले को अच्छी जल निकासी वाली पॉटिंग मिक्स से भरें. मिट्टी को हल्का गीला कर लें.
- गमले के बीच में एक छोटा गड्ढा बनाएं. बीज को बहुत ही सावधानी से निकालें (टूथपिक्स हटा दें).
- बीज को गड्ढे में इस तरह रखें कि उसका नुकीला भाग मिट्टी के ऊपर रहे और चपटा भाग जहां से जड़ें निकली हैं, मिट्टी के अंदर दब जाए.
- बीज को पूरा दबा देना ज़रूरी नहीं है. जड़ों के आसपास हल्के हाथों से मिट्टी दबा दें.
- रोपाई के बाद हल्का पानी दें ताकि मिट्टी नम हो जाए.
कैसे करें पौधे की देखभाल
- एवोकाडो के पौधे को बहुत ज़्यादा तेज धूप चाहिए. इसे उस खिड़की के पास रखें जहां दिन में कम से कम 6-8 घंटे सीधी धूप मिले.
- मिट्टी को नम रखें, लेकिन गीला या पानी में डूबा हुआ नहीं. पानी देने से पहले मिट्टी की ऊपरी परत सूखने दें. अधिक पानी देना जड़ों को सड़ा सकता है.
- गर्मियों और वसंत के महीनों में हर 4-6 हफ्ते में एक बार संतुलित तरल खाद दें. सर्दियों में खाद देना बंद कर दें.
- जब पौधा लगभग 1 फुट ऊंचा हो जाए, तो उसकी ऊपरी कली को चुटकी से तोड़ दें. इससे पौधा ऊपर की बजाय चौड़ा होगा और अधिक शाखाएं निकलेंगी. आवश्यकतानुसार बाद में भी हल्की कटाई-छंटाई करते रहें.
- एवोकाडो ठंड के प्रति संवेदनशील होते हैं. अगर आपके इलाके में पाला पड़ता है, तो सर्दियों में पौधे को घर के अंदर या ग्रीनहाउस में रखें.