
snake plant
snake plant सर्दियों का मौसम कई इनडोर पौधों के लिए मुश्किल भरा होता है. अपराजिता, गुड़हल और सदाबहार जैसे पौधों की ग्रोथ भी इस मौसम में रूक जाती है. सामान्यतः कम देखभाल में भी हरा-भरा रहने वाला स्नेक प्लांट भी इस मौसम को झेल नहीं पाता है. ठंड के मौसम में इसकी पत्तियां कमजोर होकर झुकने या गिरने लगती हैं. यह समस्या तभी बढ़ती है जब पौधे को गलत तरीके से पानी दिया जाए या उसे कम रोशनी मिले.
अगर आपके स्नेक प्लांट की भी पत्तियां सर्दियों में मुलायम होकर गिर रही हैं, तो यह संकेत है कि उसे तुरंत सही देखभाल की जरूरत है. यहां हम आपको बताएंगे कि आखिर ऐसा क्यों होता है और किन घरेलू टिप्स और घरेलू खाद की मदद से आप अपने स्नेक प्लांट को फिर से हरा-भरा बना सकते हैं.
स्नेक प्लांट को सर्दियों में कैसे करें फिर से हरा-भरा?
1. पानी बहुत कम दें: सर्दियों में स्नेक प्लांट को केवल 20-25 दिनों में एक बार पानी दें. पानी तभी दें जब मिट्टी पूरी तरह सूखी लगे. गमले की तली में पानी जमा न होने दें.
2. धूप और रोशनी बढ़ाएं: पौधे को घर की उस जगह रखें जहां हल्की धूप आती हो. अगर संभव हो तो 2-3 घंटे सुबह की धूप जरूर दें. रोशनी न मिलने पर पौधा कमजोर होने लगता है.
3. ठंडे स्थान से दूर रखें: पौधे को खिड़की के पास न रखें जहां से ठंडी हवा आती हो. इसे कमरे के ऐसे कोने में रखें जहां तापमान सामान्य हो. पौधे पर पंखे की हवा भी नहीं लगनी चाहिए. नहीं तो इसकी पत्तियां सड़कर गिरने लगती हैं.
4. अगर जरूरत हो तो री-पॉट करें: अगर मिट्टी बहुत गीली रहती है, तो पौधे को सूखी और ड्रेन्ड मिट्टी में दोबारा लगाएं. पौधे को दोबारा लगाने के लिए 50% सामान्य मिट्टी + 30% रेत + 20% परलाइट या कोकोपीट का मिक्चर लें.

स्नेक प्लांट के लिए कौन सी खाद है बेहतर
स्नेक प्लांट को बहुत कम खाद की जरूरत होती है, लेकिन सर्दियों में सही मात्रा में हल्की ऑर्गैनिक खाद उसे रिवाइव करने में मदद करती है.
1. चावल का पानी: धुले चावल का पानी पौधे को माइक्रोन्यूट्रिएंट देता है. इसे महीने में केवल एक बार दें. ध्यान रहे, पानी पतला होना चाहिए यानी पानी में स्टार्च ज्यादा न हो.
2. केले के छिलके की खाद: स्नेक प्लांट के लिए पोटैशियम बेहद जरूरी है. 2-3 केले के छिलकों को पानी में 2 दिनों तक भिगोकर उसका पतला घोल महीने में एक बार दें. यह पत्तियों का रंग गहरा और मजबूत बनाता है. यह प्लांट की सतह को मजबूत रखता है और फंगस बनने से रोकता है.
3. सूखे पत्तों की खाद: सूखे पत्तों की खाद पौधों के लिए एक हल्की, प्राकृतिक और पोषक खाद है, जो मिट्टी को हवादार और भुरभुरा बनाए रखती है. इसे महीन चूरा बनाकर मिट्टी की ऊपरी सतह पर केवल एक पतली परत के रूप में फैलाएं. यह पौधे की जड़ों को मजबूत बनाता है.