scorecardresearch

Jabalpur: कबाड़ बना शहर को सजाने का जुगाड़, युवा कलाकार दिखा रहे अपनी प्रतिभा.. कई फीट ऊंची कलाकृती हो रहीं तैयार

जबलपुर में कबाड़ से कमाल का अद्भुत उदाहरण सामने आया है. जहां कबाड़ में फेंके गए मशीनों के पार्ट्स और लोहे एवं अन्य धातुओं को इकट्ठा करके उनसे खूबसूरत कलाकृतियां बनाई जा रही हैं.

आम जनों के पास से निकलने वाला कबाड़ केवल वेस्ट मटेरियल नहीं होता है. इस कचरे से भी आकर्षक कलाकृतियां बनाई जा सकती हैं. जबलपुर नगर निगम ने कबाड़ से जुगाड़ का कमाल कर दिखाया है. जबलपुर नगर निगम द्वारा शहर में वेस्ट मटेरियल से आकर्षक कलाकृतियां तैयार की गई है.

तैयार हो रही 10-20 ऊंची मूर्तियां
संस्कारधानी जबलपुर में कबाड़ से कमाल का अद्भुत उदाहरण सामने आया है. जहां कबाड़ में फेंके गए मशीनों के पार्ट्स और लोहे एवं अन्य धातुओं को इकट्ठा करके उनसे खूबसूरत कलाकृतियां बनाई जा रही हैं. यह कलाकृतियां भी छोटी-मोटी नहीं बल्कि 10 से 20 फीट ऊंची कलाकृतियां तैयार की गई हैं.

पश्चिम बंगाल और खरगोन के कारीगरों द्वारा वेल्डिंग करके इन सभी कबाड़ में फेंकी गई धातु के टुकड़ों को जोड़कर मां नर्मदा की प्रतिमा, चिड़ियों का घोंसला, विशाल काय केटली, डायनासोर, नंदी और नृत्य करती हुई कलाकार की मूर्तियां तैयार की गई है, जिसे देखकर एक अलग ही अनुभव मिलता है. भंवरताल गार्डन स्थित कल्चरल स्ट्रीट में इन मूर्तियों को तैयार किया गया है. 

स्फाई अभियान से मिला प्रतिभा दिखाने का अवसर
नगर निगम जबलपुर द्वारा स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत विशेष अभियान चलाया गया जिसमें कबाड़ में फेंकी गई चीजों का उपयोग करने और शहर को खूबसूरत बनाने के माई नवाचार करने का निश्चय किया गया. जिसके लिए नगर निगम ने कबाड़ से खूबसूरत कलाकृतियां बनाने के लिए निर्णय लिया गया, इसके साथ ही फाइन आर्ट्स के कलाकारों को प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराया गया जहां अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर युवा अपनी अलग पहचान बना सकें. 

अब यह कलाकृतियां उनकी उपयोगिता और महत्व को दर्शाते हुए चयनित स्थानों पर लगाई जाएंगी. इस मौके पर जबलपुर के महापौर जगत बहादुर अनु ने कलाकृतियों में रंग भरे महापौर ने कहा कि नगर निगम के इस नवाचार से स्वच्छता अभियान को गति मिलेगी नागरिकों को कबाड़ से मुक्ति मिलेगी इन प्रतिमाओं को शहर के चौराहा हो तेरा ही और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर आकर्षण के लिए रखा जाएगा.

आकृति बनाने वाले कलाकारों का कहना था कि कई कठिनाइयों के बाद इस तरह का हम स्वरूप दे पाए और इससे आम जनों में एक अच्छा संदेश जाएगा वही दर्शकों का कहना था कि इससे पता चलता है कि हमारा शहर अच्छी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है.

- धीरज शाह की रिपोर्ट