
आपने सच्ची प्यार की कई कहानियां सुनी होगी। लैला-मजनूं, हीर-रांझा, शीरी-फरहाद की प्रेम कहानियां आज भी लोगों की जुबान पर है. बिहार के जमुई से भी जो एक प्रेम कहानी निकल कर सामने आ रही वो प्रेम कहानी भी इन सच्ची प्रेम कहानियों से कम नहीं है, यही वजह है कि इस प्रेम कहानी की लोग चर्चा कर रहे हैं और इस प्रेम कहानी को भी लोग लैला-मजनूं, हीर-रांझा, शीरी-फरहाद की प्रेम कहानियों से जोड़कर देख रहे हैं. यह कहानी नीरज और सुमित्रा की है, जो इंस्टाग्राम पर शुरू हुई और तमाम विषम परिस्थितियों से होते हुए शादी तक पहुंच गई. जमुई के झाझा थाना क्षेत्र के रहने वाले नीरज और सुमित्रा की यह कहानी इन दिनों पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है.
इंस्टाग्राम पर हुई थी दोनों की पहली बात
दो साल पहले दोनों की मुलाकात इंस्टाग्राम पर हुई थी. धीरे-धीरे बातचीत प्यार में बदल गई. लेकिन जब सुमित्रा के परिवार को इस रिश्ते का पता चला, तो उन्होंने सुमित्रा को बिहार से दूर गुजरात के वापी भेज दिया, जहां वह अपनी बहन के साथ रहने लगी. हालांकि, नीरज ने हार नहीं मानी और अपने प्यार को पाने के लिए नवंबर 2024 में 2500 किलोमीटर का सफर तय कर वापी पहुंच गया. वहां नीरज ने एक कमरा किराए पर लिया और एक फैक्ट्री में काम करने लगा. इसके बाद सुमित्रा भी उसके साथ लिव-इन में रहने लगी.
काम करते वक्त कटा दाहिना हाथ
हालात तब बदले जब अप्रैल 2025 में फैक्ट्री में काम करते वक्त नीरज का दाहिना हाथ मशीन में आने से कट गया. हादसे के बाद जब सबने साथ छोड़ दिया, तब सुमित्रा ने न केवल नीरज की देखभाल की बल्कि उसके इलाज से लेकर हर जरूरत का ध्यान भी रखा. दोनों ने तय किया कि अब इस रिश्ते को एक नाम दिया जाएगा.
हाथ कटने पर भी नहीं छोड़ा साथ
नीरज ने बताया, "जब मेरा हाथ कटा, तब सुमित्रा ने मुझे नहीं छोड़ा, उसी वक्त समझ गया कि यह रिश्ता सच्चे प्यार का है. उसने मेरा इलाज कराया, सेवा की और तब से हर कदम पर साथ निभा रही है." नीरज के घर लौटने की खबर मिलने पर सुमित्रा भी उसके साथ जमुई आने की जिद पर अड़ गई. हालांकि, सुमित्रा की बहन ने इसका विरोध किया और उसके सामान तक को छिपा दिया, लेकिन सुमित्रा बिना डरे नीरज के साथ भागकर जमुई पहुंची.
मंदिर में की शादी फिर की कोर्ट मैरिज
बुधवार को दोनों ने मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए और गुरुवार को कोर्ट मैरिज भी कर ली. सुमित्रा ने कहा, “हमने दो साल पहले एक-दूसरे का साथ देने का वादा किया था और आज उसे निभा दिया. हम एक-दूसरे से सच्चा प्यार करते हैं, और अब कभी एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ेंगे.”
फिलहाल, दोनों अपने रिश्तेदार के घर रह रहे हैं. सुमित्रा ने बताया कि उन्होंने अभी अपने माता-पिता को इस शादी की जानकारी नहीं दी है, लेकिन बहन को सब पता है.
-जमुई से राकेश कुमार सिंह की रिपोर्ट