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Noida Jungle Trail: नोएडा में बनकर तैयार है अनोखा पार्क, नाइट सफारी का भी ले सकते हैं आनंद

नोएडा में एक अनोखा पार्क बनकर तैयार है. इसका ट्रायल रन 20 जून से शुरू होगा. ये पार्क 20 एकड़ में फैला है और इसको बनाने में 22 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं. इस जंगल ट्रेल में कबाड़ से बनी जानवरों की मूर्तियां होंगी.

Noida Jungle Trail Noida Jungle Trail

उत्तर प्रदेश के नोएडा में जल्द ही एक अनोखा पार्क आम लोगों के लिए खुलने वाला है. पार्क लगभग पूरी तरह से बनकर तैयार हो गया है. आम लोगों के लिए जुलाई में इसको खोल दिा जाएगा. इस अनोखे पार्क में कबाड़ से बनी जानवरों की मूर्तियां लगाई जाएंगी. ये जंगल ट्रेल 'वेस्ट टू वंडर' पार्क प्रोजेक्ट का हिस्सा है.

जंगल ट्रेल में क्या है खास?
लोहे, नट-बोल्ट, चैन और फ्यूल टैंक जैसे कबाड़ से गढ़ी गई अद्भुत दुनिया, अब आम लोगों के स्वागत के लिए तैयार है. हम बात कर रहे हैं नोएडा के सेक्टर 94 में बने ‘जंगल ट्रेल’ की, जो एक तरह से वेस्ट टू वंडर पार्क का विस्तार है. यहां आने वाले लोग खुद को एक वाइल्डलाइफ सफारी में महसूस करेंगे. लेकिन यहां की मूर्तियां स्टील के कबाड़ से बनी हैं.

20 एकड़ में फैला है पार्क-
करीब 20 एकड़ में फैला ये पार्क 22 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. इसे चार अलग-अलग थीम ज़ोन में बंटा है और यहां 6 महाद्वीपों के 700 से ज़्यादा जानवरों की मूर्तियां लगाई गई हैं. हाथी, शेर, ऊंट, और पक्षियों की अनगिनत प्रजातियां, हर एक आकृति में कला और कल्पना का अद्भुत संगम दिखाई देता है.

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PPP मॉडल के तहत बनाया गया है पार्क-
यह पूरा प्रोजेक्ट पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत तैयार किया गया है. नोएडा अथॉरिटी ने इसे Z-Tech नाम की कंपनी के साथ मिलकर विकसित किया है, जो इससे पहले लखनऊ में ‘यूपी दर्शन पार्क’ और ‘हैप्पीनेस पार्क’ जैसे प्रोजेक्ट कर चुकी है.

जंगल ट्रेल में रात के समय एक स्पेशल ‘नाइट जंगल सफारी’ का भी अनुभव लिया जा सकता है, जहां लाइटिंग और स्कल्प्चर्स मिलकर एक जादुई माहौल बनाते हैं.

25 जून से शुरू होगा ट्रायल रन-
करीब 22 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पार्क में 500 टन से ज़्यादा आयरन वेस्ट का इस्तेमाल किया गया है. हालांकि कुछ अंतिम तैयारियां जैसे मुख्य प्रवेश द्वार, कैफेटेरिया और पेंटिंग का काम अभी बाकी है. ट्रायल रन 25 जून से शुरू होगा और जुलाई की शुरुआत में इसे आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा. नोएडा, दिल्ली, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद से आने वाले पर्यटकों के लिए ये एक नई और अनोखी मंज़िल बन सकती है.

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