The new episode of KBC 16 can e watched on SonyLIV.
The new episode of KBC 16 can e watched on SonyLIV. पिछले ढाई दशक में 'कौन बनेगा करोड़पति' (Kaun Banega Crorepati) ने भारत के कई लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. इस शो को लोग पसंद तो करते ही हैं, लेकिन यहां से धनराशि जीतकर जाने वाले लोग भी इस शो की बदौलत अपना जीवन बदलने में कामयाब रहे हैं. हॉट सीट पर बैठने वाला हर शख्स यहां से ज्यादा से ज्यादा धनराशि जीतकर जाना चाहता है.
हर कोई अमिताभ बच्चन के मुंह से सुनना चाहता है, "इतनी धनराशि का क्या करेंगे आप?" लेकिन केबीसी के 24 साल के इतिहास में इस शो को पहला ऐसा प्रतिभागी मिला है जिसने जीतते हुए एक अहम पड़ाव पर आकर शो को क्विट करने का फैसला किया है. ऐसा भी नहीं था कि कंटेस्टेंट को सवाल का जवाब न पता हो. बल्कि इस कंटेस्टेंट ने तो सवाल सुने बिना ही क्विट करके अमिताभ बच्चन सहित सभी को हैरान कर दिया.
कौन हैं डॉ नीरज सक्सेना?
डॉ नीरज सक्सेना पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के रहने वाले हैं. और जेआईएस यूनिवर्सिटी में पीआरओ चांसलर हैं. हॉट सीट पर आने के बाद डॉ सक्सेना ने बताया कि वह पेशे से एक साइंटिस्ट हैं. और पूर्व में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के साथ काम कर चुके हैं. डॉ सक्सेना ने डॉ कलाम के बारे में कहा कि डॉ कलाम "उनके पहले बॉस थे" और स्क्रीन पर दोनों की साथ तस्वीरें दिखाई गईं.
खास बात यह है कि डॉ सक्सेना से ठीक पहले रणवीर रघुवंशी नाम का एक कंटेस्टेंट हॉट सीट पर बैठा था. रणवीर 3,20,000 के सवाल का जवाब गलत होने के कारण नीचे आ गिरा था और उसे महज 10,000 रुपए लेकर शो से जाना पड़ा था. ऐसे में जब डॉ सक्सेना 3,20,000 रुपए जीत गए तो उन्हें इससे खुश होकर अगले सवाल की ओर बढ़ना चाहिए था. लेकिन उन्होंने अगला सवाल सुने बिना ही खेल को अलविदा कहने का फैसला किया.
डॉ सक्सेना ने क्यों किया क्विट?
दरअसल जब डॉ सक्सेना 3,20,000 रुपए जीत गए तो उन्होंने दूसरे प्रतिभागियों को खेलने का मौका देने का फैसला किया. उन्होंने खेल के इस पड़ाव पर आने के बाद कहा, "सर (अमिताभ बच्चन) एक निवेदन है. मैं इस पायदान पर क्विट करना चाहूंगा." यह सुनते ही अमिताभ और वहां मौजूद सभी लोग हैरान रह गए. डॉ सक्सेना ने कहा, "मैं चाहता हूं कि बाकी जो बचे हुए लोग हैं उन्हें मौका मिले. यहां सब मुझसे छोटे हैं. मुझे जो प्राप्त है वह मेरे लिए पर्याप्त है."
बच्चन ने इसके जवाब में कहा, "केबीसी 20 से ज्यादा वर्षों से चल रहा है. लेकिन हमने इससे पहले यह उदाहरण कभी देखा नहीं." उन्होंने बाद में दर्शकों के सामने भी यह बात दोहराई कि डॉ सक्सेना से पहले किसी ने भी इस तरह शो क्विट नहीं किया है.