Symbolic Photo 
 Symbolic Photo जब प्यार में प्रेमी-प्रेमिका रहते हैं तो एक-दूसरे का जीवनभर साथ निभाने का वादा करते हैं. एक-दूसरे को तरह-तरह के गिफ्ट देते हैं लेकिन हम आपको एक ऐसे प्रेमी के बारे में बता रहे हैं, जिसने गर्लफ्रेंड से ब्रेकअप के बाद एक-दो नहीं, अमेजन और फ्लिपकार्ट से 300 कैश ऑन डिलीवरी पार्सल भेज दिया. इससे नाराज इस युवक की पूर्व गर्लफ्रेंड ने पुलिस थाने में उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने इस युवक को गिरफ्तार कर लिया है.
गत नवंबर से भेज रहा था पार्सल 
इस पीड़ित युवती की उम्र 24 साल है. वह कोलकता में एक सरकारी बैंक की लेक टाउन ब्रांच में काम करती है. यह युवती नादिया जिले में रहने वाले 25 साल के युवक सुमन सिकदर के साथ कई साल तक रिलेशनशिप में रही. बाद में दोनों का ब्रेकअप हो गया. इसके बाद इस युवती के घर पर कैश ऑन डिलीवरी वाले ऑर्डर आने लगे. 
इसमें महंगे इलेक्ट्रॉनिक्स समान से लेकर छोटे-मोटे गिफ्ट तक शामिल थे. उसे ऐसे पार्सल आने लगे, जिसे उसने कभी ऑर्डर ही नहीं किए थे. उसे बार-बार ऑर्डर लौटाने पड़ते थे. इससे इस युवती को डिलीवरी ब्वॉय और अपने पड़ोसियों के सामने शर्मिंदगी उठानी पड़ी. इतना ही नहीं बार-बार आर्डर कैंसिल कराने के कारण अमेजन और फ्लिपकार्ट ने इस युवती के अकाउंट को सस्पेंड कर ब्लैकलिस्ट कर दिया. बाद में पता चला कि इसके पीछे उसका एक्स बॉयफ्रेंड सुमन सिकदर था. सुमन गत नवंबर से पार्सल भेज रहा था.
...तो इसलिए गर्लफ्रेंड हो गई थी अलग
कोलकता पुलिस ने युवती की शिकायत के बाद जब मामले की जांच कि तो पता चला कि ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों के जरिए युवती के घर के पते पर थोक भाव में पार्सल बुकिंग करने वाला कोई और नहीं बल्कि उसका एक्स बॉयफ्रेंड सुमन सिकदर है. पुलिस ने सिकदर को गिरफ्तार कर लिया. 
पुलिस पूछताछ में सिकदर ने बताया कि उसकी गर्लफ्रेंड को ऑनलाइन शॉपिंग पसंद थी. वह उससे अक्सर महंगे गिफ्ट की मांग करती थी. उसे वह कई बार गिफ्ट भेज चुका है. इसके बाद पैसे नहीं होने के कारण जब वह अपनी गर्लफ्रेंड की डिमांड पूरी करने लायक नहीं रहा तो गर्लफ्रेंड ने उससे रिश्ता ही तोड़ लिए. अपनी इस पूर्व प्रेमिका को सबक सिखाने के लिए उसने उसकी पसंद का रास्ता चुना, ताकि उसे पता चले कि महंगे प्रोडक्ट खरीदने में कितने रुपए खर्च होते हैं.
टैबलेट, महंगे मोबाइल से लेकर कपड़े तक भेजे
पुलिस को दी शिकायत में युवती ने बताया कि नवंबर से उसे पार्सल मिलने शुरू हुए. डिलीवरी एजेंट हर दिन उसके घर पर पार्सल लेकर आते थे. उसने इन्हें आर्डर नहीं किए थे इसलिए लौटाना पड़ा. युवती ने बताया कि सभी आर्डर कैश ऑन डिलीवरी थे. इसमें टैबलेट, महंगे मोबाइल से लेकर कपड़े तक थे. फरवरी में उसने वैलेंटाइन वीक के दौरान हर दिन अलग-अलग प्रोडक्ट उसके घर के पते पर बुक कर दिए. 
यह सिलसिला मार्च महीने तक चलता रहा. इन प्रोडक्ट्स कि मुझे जरूरत नहीं थी और इसके लिए मेरे पास पैसे भी नहीं थे इसलिए मैंने नहीं लिए. इसके कारण डिलीवरी एजेंटों के साथ मेरी झड़पें भी हुई. उन्होंने मुझे निगेविट रेटिंग दी. जब मैंने इस मामले को ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के साथ उठाया तो उन्होंने मेरा अकाउंट खाता ब्लॉक कर दिया. इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंची. पुलिस ने गत बुधवार को आरोपी सिकदर को गिरफ्तारी के बाद साल्ट लेक कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जमानत मिल गई.