
यूं तो आपने हजारों शादियां देखी या सुनी होगी, लेकिन एक दूल्हे के साथ तीन दुल्हनों की शादी शायद ही देखी या सुनी होगी. लेकिन ऐसा हुआ है मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल अलीराजपुर जिले में. यहां पर एक दूल्हे ने अपनी 3 प्रेमिकाओं के साथ सात फेरे लिए और वह भी तीन प्रेमिकाओं से हुए खुद के 6 बच्चों की मौजूदगी में
शादी की इस तरह की पत्रिकाऐ आपने हजारों देखी होंगी लेकिन ऐसी शादी नहीं देखीं होगी. इस शादी में दूल्हे ने अपनी तीन प्रेमिकाओं के साथ एक साथ शादी की. वहीं इस शादी में दूल्हे से उसके प्रेमिकाओं से हुए बच्चे भी शामिल हुए. इस शादी से दूल्हा और उनके बच्चे काफी खुश हैं. इस शादी को लेकर दूल्हे का कहना है कि वह 15 साल पहले वह गरीब थे इसलिए शादी नहीं की. अब वह आदिवासी रीति-रिवाज के साथ शादी कर रहें हैं. शुभ कार्यों में प्रवेश सुनिश्चित हो सकें.
भिलाला समुदाय में लीव इन में रहने की छूट
आपको बता दें कि आदिवासी भिलाला समुदाय में लीव इन में रहने और बच्चे करने की छूट है, लेकिन जब तक प्रेमी-प्रेमिका शादी नहीं कर नहीं लेते है तब तक वह किसी भी मांगलिक काम में शामिल नहीं हो सकते हैं. इसलिए अब दूल्हे ने अपनी तीनों प्रेमिका के साथ शादी कर लीं हैं. अब दूल्हे और तीनों दूल्हनियों को अब मांगलिक कार्यों में शामिल होने अनुमति होगी.
भारतीय कानून में ये शादी वैध
आप सोच रहें होंगे कि क्या एक दूल्हे का अपनी तीन प्रेमिका के साथ शादी करना भारतीय कानून के तहत वैध है. आपको बता दें कि भारतीय संविधान का अनुच्छेद 342 के तहत आदिवासी रीति-रिवाज और विशिष्ट सामाजिक परंपराओं को संरक्षण मिला हुआ है. जिसके चलते इस अनुच्छेद के अनुसार समरथ मोर्या यानि दूल्हा की एक साथ तीन दुल्हनों के साथ शादी गैर कानूनी नहीं मानी जायेगी.
(अलीराजपुर से रवीश पाल सिंह/चंद्रभान सिंह की रिपोर्ट)