
कहते हैं दुआओं और मन्नत में बहुत ताकत होती है और अगर दिल से कुछ मांगों तो वो जरूर पूरा होता है. कई बार आपने लोगों को कहते हुए सुना होगा कि अगर ऐसा हो जाएगा तो मैं ये करूंगा. ऐसी ही एक कहानी है जूनागढ़ के रहने वाले 44 वर्षीय समीर दत्तानी की जोकि शिक्षण इंस्पेक्टर हैं. समीर ने पिछले साल कोरोना की स्थिति से लड़ते लोगो को देख एक प्रण लिया था. समीर ने प्रण लिया कि ''अगर कोरोना की स्थिति नियंत्रण में आ जाती है तो मैं मुंबई पैदल जाऊंगा और लाल बाग के राजा के दर्शन करूंगा " तो अब जब कोरोना की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और लोग लगभग इससे बाहर आ चुके हैं तो समीर ने अपना प्रण पूरा करने की ठानी. समीर ने 770 किमी की दूरी तय करके पैदल चलकर लाल बाग के राजा के दर्शन किए.
25 दिन में पूरी की यात्रा
समीर ने 25 दिनों में ये दूरी तय की. समीर अपनी इस यात्रा के बारे में बताते हैं कि हर रोज 30 से 32 किमी यात्रा करते हुए यात्रा पूरी की और लाल बाग के राजा के दर्शन किए. उन्होंने बताया कि वो पिछले पांच साल से दर्शन करने के लिए आते थे. लेकिन पिछले दो सालों में कोरोना की वजह से लोगो को मरते और परेशान होते देखा तभी लाल बाग के राजा से वायदा किया था की अगर सबकुछ सामान्य हो जाएगा तो मैं पैदल तेरे दर्शन करने आऊंगा. अब जब सबकुछ सामान्य हो गया है तो लाल बाग के राजा के दर्शन करने आया हूं.
अपनी सफर के बारे में बताते हुए समीर कहते हैं कि मुझे रास्ते में कोई दिक्कत नहीं हुई. लोगों ने बहुत सपोर्ट किया और मेरे खाने रहने की व्यवस्था भी की. सभी लोगो की मदद और प्रार्थना से ही मैं यहां तक पहुंच पाया हूं. आज दर्शन करते हुए प्रार्थना की कि फिर कभी ऐसी भयानक स्थिति भगवान मत आने देना कि लोग मरते हो हम कुछ ना कर पाए.
(जूनागढ़ से भार्गवी जोशी की रिपोर्ट)