
गेंदे का फूल आमतौर पर भगवान को चढ़ाने के लिए इस्तेमाल होता है. इसके धार्मिक या सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सजावट के लिए बहुतायत में इस्तेमाल होता है. सौंदर्य से जुड़ी चीजों में भी इसका इस्तेमाल होता है. ये फूल कई कलर में होते हैं. इसको उगाना भी उतना ही आसान होता है. लेकिन बहुत से लोगों को इसको लगाने का सही तरीका नहीं मालूम होता है. चलिए आपको बताते हैं कि गेंदे का फूल कैसे उगाए जाते हैं और इसकी देखभाल कैसे की जाती है.
बीज से उगाने का तरीका-
गेंदे का फूल उगाना काफी आसाना होता है. गेंदे का फूल लगाने के लिए सबसे पहले मिट्टी तैयार करनी होती है. उस मिट्टी में नमी नहीं होनी चाहिए. मिट्टी भूरभूरा कर लें और उसमें खाद भी डालना चाहिए. बीज को 1/2 की गहराई पर बोना चाहिए. इसके साथ ही दो बीजों के बीच 4-6 इंच की दूरी होनी चाहिए. इसके बाद पर पानी का छिड़काव करना चाहिए. 5 से 10 दिन में बीज अंकुरित हो जाएंगे. जब पौधे 4-6 इंच के हो जाएं तो उसको मिट्टी में रोपना चाहिए. अगर गमले में लगाते हैं तो एक गमले में दो से ज्यादा पौधे ना लगाएं. पौधे को भरपूर धूप की जरूरत होती है. इसके साथ ही नियमित पानी की भी जरूरत होती है.
कटिंग से उगाने का तरीका-
कटिंग विधि से गेंदे का फूल लगाने के लिए सबसे पहले स्वस्थ पौधे से 4-6 इंच की कटिंग लेनी चाहिए. कटिंग विधि से गेंदे का फूल लगाने के लिए 50 फीसदी मिट्टी और 5 0 फीसदी रेत का मिश्रण तैयार करना चाहिए. इससे इससे पानी निकलने में आसानी होगी और कटिंग सड़ेगा नहीं. इसके बाद कटिंग को इस मिट्टी में लगाना चाहिए. ये ध्यान रखना होगा कि कटिंग का एक तिहाई हिस्सा मिट्टी में दबा होना चाहिए. इसके बाद उसमें जरूरत के मुताबिक पानी का छिड़काव करना चाहिए. जब कटिंग से जड़े निकलने लगे और उसमें पौधा जम जाए तो उसे धूप में रखना शुरू करें. जब पौधा बढ़ जाए तो उसे गमले में लगा दें.
कब लगाना चाहिए पौधा?
गेंदे के फूल का पौधा तेजी से बढ़ता है. इसको ऊपर तोड़ते रहना चाहिए. इससे इसकी ग्रोथ तेज होती है. गेंदे के फूल को लगाते समय एक बाद जरूर ध्यान देना चाहिए कि सीधे तौर पर जड़ों में खाद न डालें, क्योंकि इससे पौधे के जलने का भी खतरा रहता है. गेंदे का फूल लगाने का सबसे अच्छा समय जुलाई और अक्टूबर तक का होता है.
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